शरणार्थी खिलाड़ी युसरा मर्दीनी ने स्विमिंग में फैंस का दिल जीता
इस टीम में सीरिया की 18 साल की दो युवती युसरा मर्दीनी और अनीस समेत कुल 10 खिलाड़ी हैं। इस टीम में पांच खिलाड़ी दक्षिणी सूड़ान से हैं।
रियो डी जेनेरियो। ब्राजील के शहर रियो में चल रहे ओलंपिक खेलों में दुनियाभर की टीमें हिस्सा ले रही हैं लेकिन इन सबके बीच एक ऐसी भी टीम है जोकि किसी देश से नहीं है। जी हां, रियो ओलंपिक में इस बार शरणार्थियों की भी एक टीम हिस्सा ले रही है।
इस टीम में सीरिया की 18 साल की दो युवती युसरा मर्दीनी और अनीस समेत कुल 10 खिलाड़ी हैं। इस टीम में पांच खिलाड़ी दक्षिणी सूड़ान से हैं, दो सीरिया, दो डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो और एक इथियोपिया से है।
युसरा मर्दिनी ने बटरफ्लाई तैराकी इवेंट की हीट में तो क्वालीफाई कर लिया लेकिन मेन इवेंट में जाने के लिए उनके अंक नाकाफी साबित हुए।
अंतराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की इस पहल का मकसद शरणार्थी संकट का मुद्दा दुनिया के सामने लाना है। आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाक ने 'रिफ़्यूजी टीम' की तारीफ़ करते हुए कहा, ''ये शरणार्थी एथलीट दुनिया भर के लाखों शरणार्थियों की उम्मीद हैं.''।
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