राजगांगपुर में कोविड अस्पताल खोलने की मांग
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर विकराल रूप धारण कर चुकी हैं। कोरोना महामारी ने सुंदरगढ़ जिले को भी अपने मकड़जाल में जकड़ लिया है।
संसू, राजगांगपुर : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर विकराल रूप धारण कर चुकी हैं। कोरोना महामारी ने सुंदरगढ़ जिले को भी अपने मकड़जाल में जकड़ लिया है। दिन प्रतिदिन बढ़ती कोरोना मरीजों की संख्या एक भयावह रूप धारण कर रही है। आज हालात ये हैं कि सरकारी अस्पतालों के साथ प्राइवेट अस्पतालों में बेड की कमी साफ नजर आ रही है। इसके मद्देनजर भाजपा के राज्य कार्यकारिणी सदस्य नरसिंह मिज ने जिलापाल से राजगांगपुर में कोविड अस्पताल खोलने की मांग की है। कहा है कि राजगांगपुर से राउरकेला और सुंदरगढ़ की दूरी चालीस किलोमीटर है। लेकिन जब रोगियों को अस्पताल में भर्ती करवाया जाता है तो ढेर सारी समस्या खड़ी हो जाती है। वहीं, दूसरी ओर समय पर एंबुलेंस सेवा उपलब्ध नहीं होने से यह समस्या और जटिल हो जाती है। नर्सिंग मिज ने कहा है कि सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना असहाय गरीब तबके के लोगों को करना पड़ता है। फिर आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने से उनके सामने दिक्कतों का पहाड़ खड़ा हो जाता है। राउरकेला और सुंदरगढ़ के अस्पतालों में बेड की कमी के कारण बिना इलाज के उन्हें वापस लौटना पड़ता है। इसलिए शहरवासियों के साथ आसपास इलाकों के लोगों की सुविधा के मद्देनजर राजगांगपुर में कोविड अस्पताल खोलना समय की मांग है।
बाजारों में उमड़ी भीड़ : कोरोना संक्रमण को लेकर पांच मई से 19 मई तक पूरे राज्य में लॉकडाउन की घोषणा की गई है। इसे लेकर मंगलवार को सुबह से ही शहर के विभिन्न बाजार में भीड़ देखने को मिली। खासकर मुख्य मार्ग में आवश्यक सामग्री की खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। शहर के सब्जी बाजार, डेली मार्केट के साथ-साथ राशन दुकानों में सुबह से ही लोगों का तांता लगा रहा। इस दौरान खरीदारी के चक्कर में लोग कोविड नियमों की अनदेखी करते भी नजर आए। हालांकि राज्य सरकारी की घोषणा के अनुरूप लॉकडाउन के दौरान सुबह छह बजे से दोपहर 12 बजे राशन आदि जरूरी घरेलू सामग्री की दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है।