बसों में नहीं हो रहा शारीरिक दूरी का पालन
कोरोना महामारी को देखते हुए पूरे देश में ट्रेन एवं बसों का परिचालन सरकार की ओर से करीब ढाई महीने तक बंद रहने के बाद अब धीरे-धीरे शुरू किया गया है।
संसू, राजगांगपुर : कोरोना महामारी को देखते हुए पूरे देश में ट्रेन एवं बसों का परिचालन सरकार की ओर से करीब ढाई महीने तक बंद रहने के बाद अब धीरे-धीरे शुरू किया गया है। इस क्रम में सुंदरगढ़ जिले के राजगांगपुर में भी सरकार की अनुमति के बाद कुछ बसों का परिचालन शुरू किया गया है। सरकारी गाइडलाइन के अनुसार, बसों में जितनी सीट है उतने ही लोगों को बैठाने, यात्रियों को मास्क पहनने के साथ शारीरिक दूरी का अनुपालन अनिवार्य है। लेकिन राजगांगपुर से राउरकेला चलने वाली कुछ बसों में सरकार के निर्देशों की अनदेखी की जा रही है। इन बसों में सीट भर जाने के बावजूद कंडक्टर यात्रियों को ठूस ठूस कर चढ़ा रहे हैं। यात्रा कर रहे ज्यादातर यात्रियों के मुंह में मास्क भी नहीं रहता है। जिससे बसों के भीतर शारीरिक दूरी का पालन बिल्कुल भी नहीं हो रहा है। जिससे संक्रमण बढ़ने की आशंका की जा रही है।
राउरकेला स्टेशन में भी मनमानी
: कोरोना संक्रमण काल में सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद लोग अपनी जान के साथ दूसरों की जिंदगी से भी खिलवाड़ कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही नजारा मंगलवार की सुबह 6 :15 से 6:30 बजे के बीच राउरकेला स्टेशन में हावडा से अहमदाबाद एवं अहमदाबाद से हावड़ा जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन से उतरे यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग के दौरान दिखा। प्लेटफार्म संख्या- 1 पर उक्त ट्रेनों से उतरने वाले यात्रियों के स्वास्थ्य जांच के दौरान रेलवे सहित राउरकेला महानगर निगम व सिविल डिफेंस के कर्मचारी खुद ही शारीरिक दूरी की अनदेखी करते दिखे। काबिले गोर बात यह है कि ये सभी बाहर से आए यात्रियों को बाकायदा मास्क पहनने, शारीरिक दूरी नियम का पालन करने के साथ कोरोना से बचाव के लिए जागरूक कर रहे थे तथा खुद सरकारी गाइडलाइन की धज्जियां उड़ा रहे थे।