आइआइपीएम के छात्रों ने जीती बाजी
सुंदरगढ़ जिले के कांसबहाल स्थित तकनीकी शिक्षण संस्थान आइआइपीएम में
संवाद सूत्र, सुंदरगढ़ : सुंदरगढ़ जिले के कांसबहाल स्थित तकनीकी शिक्षण संस्थान आइआइपीएम में निदेशक निरंजन नायक को हटाने की मांग को लेकर गत 11 सितंबर से चल रहा छात्रों का आंदोलन शुक्रवार को समाप्त हो गया। जिसमें राज्य उच्च शिक्षा विभाग ने प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी एडीएम भास्करचंद्र तुरुक को सौंपी है तथा अगले आदेश तक समिति का अध्यक्ष बने रहने का परामर्श दिया है।
शुक्रवार की शाम पांच ईमेल में दी गयी जानकारी में पता चला कि उच्च शिक्षा विभाग ने सुंदरगढ़ के अतिरिक्त जिलापाल भास्कर चन्द्र तुरुक को संस्थान की जिम्मेदारी देते हुए अगले आदेश तक इस पद पर बने रहे का परामर्श दिया है। यह खबर फैलते ही कैंपस में एक महीने पहले ही दिवाली का माहौल बन गया। छात्रों तथा अभिभावकों ने पटाखे फोड़ तथा मिठाई बांट एक दूसरे को जीत की बधाई दी। शुक्रवार को अतिरिक्त जिलापाल भास्कर चन्द्र तुरुक पद भार ग्रहण कर सकते हैं। साथ ही शनिवार को एक प्रेस वार्ता में आदोलन समाप्ति की औपचारिक घोषणा की जाएगी। मंगलवार तथा बुधवार का सुंदरगढ़ दौरे पर आए राज्यपाल प्रो.गणेशी लाल से आंदोलन कारी छात्रों ने मुलाकात कर उनकी मांगों पर ध्यानाकर्षण किया था तथा उसके 48 घंटों में आए इस फैसले को इसी का परिणाम बताया जा रहा है।
दूसरी ओर शुक्रवार की सुबह एक बार फिर राउरकेला वन विभाग के अधिकारी अपनी टीम के साथ आइआइपीएम कैंपस पहुंच गत 2015-16 के दौरान पेड़ कटाई की जांच को आगे बढ़ाया। कटे हुए तनों की गिनती सहित पेड़ की गोलाई तथा उसकी जाति की जांच की गई। जिसमें करीब 150 से अधिक पेड़ों की जांच की गई है। ज्ञात हो की पूर्व निदेशक निरंजन नायक पर लगे विभिन्न आरोपों में बिना अनुमति के पेड़ों के काटने तथा उनको बेचे जाने का आरोप लगने के बाद जिलापाल ने राउरकेला वन विभाग को इसकी जांच कर रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया था जिसपर वन विभाग ने पिछले हफ्ते से ही इसके जांच का कार्य आरंभ किया है।