फर्जी कार्ड की जांच से डीलरों पर गिरेगी गाज
राउरकेला नगरपालिका क्षेत्र में फर्जी राशन कार्ड के जरिए राशन की कालाबाजारी करने वाले डीलरों पर अब गाज गिरने वाली है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला नगरपालिका क्षेत्र में फर्जी राशन कार्ड के जरिए राशन की कालाबाजारी करने वाले डीलरों पर अब गाज गिरने वाली है। कोरोना सहायता राशि के रूप में सरकार की ओर एक-एक हजार रुपये दिए गए। नगरपालिका क्षेत्र के 1096 कार्डधारक राशि लेने नहीं आए। फर्जी कार्ड की विजिलेंस जांच शुरू कर दी गई है।
राउरकेला महानगरपालिका क्षेत्र में 166 डीलरों के जरिए कुल 63,155 कार्डधारकों को राशन सामग्री मुहैया कराई जाती है। इसमें 2969 अंत्योदय, 272 अन्नपूर्णा कार्डधारक एवं 3601 राज्य खाद्य सुरक्षा योजना के लाभुक हैं। कोरोना महामारी के दौरान राज्य सरकार की ओर से सभी कार्डधारकों के लिए एक-एक हजार रुपये सहायता राशि देने की घोषणा की गई थी। निगम कर्मचारी राशन दुकान में जाकर कार्डधारकों को राशि प्रदान किया। नगरपालिका क्षेत्र में 1096 कार्डधारक राशि लेने के लिए नहीं आए। किन डीलरों से ये कार्डधारक राशन ले रहे थे, इसकी जांच करने तथा राशन सामग्री की हेराफेरी की विजिलेंस से जांच कराने की मांग कांग्रेस की ओर से की गई थी। 1096 कार्डधारक कहां से आए एवं उनके नाम पर कार्ड कैसे बना तथा उनके नाम पर आवंटित राशन सामग्री कौन ले रहे हैं, विजिलेंस की ओर से इसकी जांच शुरू कर दी गई है।
इस बीच आपूर्ति विभाग कार्यालय के सहायक आपूर्ति अधिकारी, दो मार्केटिग इंस्पेक्टर का तबादला हो चुका है। नए अधिकारी पदभार संभाल चुके हैं। विजिलेंस जांच शुरू होने से इसका पर्दाफाश होगा एवं अधिकारी, डाटा आपरेटर से लेकर डीलर तक इसमें फंस सकते हैं, इसे लेकर हड़कंप मचा हुआ है।