बारिश न होने से खेतों में पीला पड़ा बिचड़ा
सुंदरगढ़ जिले के किसानों की मुसीबत कम होती नजर नहीं आ रही है।
संसू, सुंदरगढ़ : सुंदरगढ़ जिले के किसानों की मुसीबत कम होती नजर नहीं आ रही है। लॉकडाउन के कारण पहले उनके धान की खरीद रोक दी गई फिर टोकन व्यवस्था में भी जिले के सैकड़ों किसानों को अपना धान बेचने के लिए भटकना पड़ा और अंत में औने-पौने दाम उसे बेचकर किसी तरह लागत की भरपाई की। अब उनके साथ प्रकृति खेल रही है। बारिश का मौसम पीक पर है लेकिन क्षेत्र के किसानों का बिचड़ा अच्छी वर्षा नहीं होने के कारण पीला पड़ता जा रहा है। किसानों की चिंता यह है कि समय रहते यदि बारिश नहीं हुई तो धान की फसल से तो वे वंचित होंगे ही बीज का भी पैसा डूबना तय है। हालांकि कुछ किसानों ने धान की बुआई की लेकिन बारिश नहीं होने से खेतों में खड़ी फसल सूखने की कगार पर है।
उल्लेखनीय है कि सुंदरगढ़ जिले के किसान हर किस्म की खेती के लिए मुख्यत: बरसात पर ही निर्भर है। इसलिए सही समय पर बरसात न होना उनकी चिता बढ़ा देता है। मौसम के शुरुआत में कुछ हिस्सों में देर से बारिश हुई, इससे किसानों में असमंजस जरूर दिखाई दिया। पर खेती के काम पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ा। अब जहां खेतों में धान के पौधे खड़े बारिश का इंतजार कर रहे हैं तो बारिश के कोई आसार नजर नहीं आ रहे। खेत की मिट्टी सूखने लगी है। कई जगह खेतों में दरारें दिखने लगी हैं। और यही दरारें किसानों के माथे पर भी उभरने लगी हैं। उनकी चिता बढ़ने लगी हैं। धान की बिक्री में नुकसान, लॉक डाउन के कारण रोजगार में भारी कमी के कारण आर्थिक तंगी से गुजर रहे किसानों पर यह दोहरी मार उन्हें हताश कर रही है। कुछ दिन और बारिश न होने पर जिले के अधिकांश प्रखंडों में फसल के नष्ट होने की बहुत अधिक संभावना दिखाई देने लगी है।