राजगांगपुर में वरिष्ठ नागरिकों का टीकाकरण शुरू
देश के साथ राज्य में एक मार्च से वरिष्ठ नागरिकों को कोरोना वैक्सीन दी जा रही है।
संसू, राजगांगपुर : देश के साथ राज्य में एक मार्च से वरिष्ठ नागरिकों को कोरोना वैक्सीन दी जा रही है। इसी कड़ी में गुरुवार को शहर के बुजुर्गो को टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इसके तहत साठ साल से अधिक वरिष्ठ नागरिकों एवं एक से अधिक रोग से ग्रस्त 45 वर्ष से 58 वर्ष तक के वयस्क लोगों को रोग से पीड़ित प्रमाण पत्र दाखिल करवा कर टीका दिया जा रहा है। यह टीकाकरण राजगांगपुर सरकारी अस्पताल के स्वास्थ्य केंद्र में निश्शुल्क दिया जा रहा है। केंद्र में टीकाकरण के लिए सभी प्रकार की व्यवस्था की गई है। सभी आशा कर्मियों को शहर के सभी वार्डो में घर-घर घूमकर वरिष्ठ नागरिकों की पहचान करने सहित उनका रजिस्ट्रेशन कर टीकाकरण में उनका सहयोग करने का निर्देश दिया गया है। हालांकि पहले दिन वरिष्ठ नागरिक खुद अस्पताल जाकर पोर्टल में रजिस्ट्रेशन कर कोरोना की वैक्सीन लेते नजर आए।
राजधानी में कोरोना ने फिर छुआ दहाई का आंकड़ा : एक लंबे अंतराल के बाद राजधानी भुवनेश्वर में कोरोना संक्रमण फिर से बढ़ने के संकेत मिले हैं। भुवनेश्वर महानगर निगम (बीएमसी) के अनुसार, लगभग डेढ़ महीने के बाद किसी एक दिन में कोरोना संक्रमितों की संख्या दहाई का आंकड़ा पार किया है। बुधवार को राजधानी क्षेत्र के 13 लोग कोरोना संक्रमित पाए गये। इनमें से तीन क्वारंटाइन में थे जबकि अन्य 10 स्थानीय संक्रमितों की पहचान हुई है।
इससे पहले 17 जनवरी 2021को एक साथ एक दिन में 19 कोरोना मरीजों की पहचान हुई थी। उसके बाद कोरोना संक्रमण एक अंक तक ही सीमित था। तीन मार्च को 13 लोगों के कोरोना संक्रमित होने की खबर के बाद लोगों में आशंका बढ़ गई है कि कहीं कोरोना की दूसरी लहर तो सक्रिय नहीं हो गई है। लोगों को लग रहा है कि राजधानी क्षेत्र से कोरोना की विदाई हो चुकी है और टीकाकरण के आरंभ होने के बाद कोरोना चला जाएगा। मगर बुधवार को आई रिपोर्ट ने स्वास्थ्य विभाग सहित बीएमसी की नींद उड़ा दी है, लोग भी इसे लेकर आशंकित दिखाई दे रहे हैं।
गौरतलब है कि सरकारी आंकडों के अनुसार अब तक राजधानी में 32012 कोरोना के पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। इनमें से 31 हजार 661 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ्य होकर घर लौट चुके हैं जबकि वर्तमान 81 सक्रिय मामले हैं। राजधानी में अब तक 249 मरीजों की कोरोना से मौत हो चुकी है। पिछले दिनों राजधानी में विभिन्न मेले आयोजित हुए हैं। मेलों में कोरोना गाइडलाइन के पालन को लेकर जागरुकता उत्पन्न की गई थी लेकिन लोगों ने संक्रमण को लेकर उदासीन रवैया अपनाया जिससे दोबारा संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ मौजूदा स्थिति डराने लगी है।