तपस्विनी एक्सप्रेस में माल चढ़ाने को लेकर जवान भिड़े
जासं, राउरकेला : तपस्विनी एक्सप्रेस की बोगी संख्या डी चार में माल चढ़ाने को लेकर बुधवार की रात राउरकेला स्टेशन पर आरएमएस (पोस्टल विभाग) के जवान व झारखंड से ट्रेनिंग के लिए भुवनेश्वर जा रहे रिजर्व पुलिस के जवान आपस में भिड़ गए। बहस इतनी बड़ गई कि नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। इसे लेकर दो बार चेन पुलिंग तक करनी पड़ी। सूचना पाकर घटनास्थल पहुंचे आरपीएफ के जवानों ने मोर्चा संभालते हुए मामले को शांत कराया। इसके बाद बोगी में आरएमएस का माल चढ़ पाया।
सूचना के मुताबिक हटिया से पुरी चलने वाली तपस्विनी एक्सप्रेस बुधवार की रात को करीब 7:30 बजे राउरकेला स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या-2 पर पहुंची। ट्रेन की बोगी संख्या-डी-4 में हटिया से भुवनेश्वर ट्रेनिंग जा रहे रिजर्व पुलिस के जवान भरे हुए थे। उसी बोगी में राउरकेला आरएमएस के सामान हेतु सीट नंबर 61 से 90 तक हटिया से भुवनेश्वर तक के लिए बुक थी। जिसके कारण राउरकेला के आरएमएस के कर्मचारी उस बोगी में अपना पार्सल लोड करने लगे। यह देख बोगी में सवार जवानों ने विरोध किया। जवानों कहना था कि डी-4 बोगी की सभी सीट रिजर्व है। जबकि राउरकेला आरएमएस के लिए रोजाना ट्रेन की उक्त बोगी में 61 से 90 तक की सीट रिजर्व रहती है। लेकिन जवान कुछ सुनने को तैयार नहीं थे तथा आरएमएस के सामान फेंकने लगे। यह देख आरएमएस के कर्मचारियों ने अपने अधिकारी और अन्य कर्मचारियों को बुला लिया। दोनों पक्षों में तीखी बहस होती रही तथा मामला हाथापाई तक पहुंच गया। सही समय पर आरपीएफ के जवान वहां पहुंच गए। उन्होंने मामले को काबू में किया तथा बताया कि आरएमएस की बोगी में सीट रिजर्व है तथा उनका पार्सल बोगी में चढ़ाया गया। लेकिन फिर भी जवान राजी नहीं हुए तो स्टेशन मास्टर को हस्तक्षेप करने पड़ा। इस बीच समय होने के कारण ट्रेन छूटने वाली थी जिसे रोकने के लिए दो बार चेन पुलिंग की गई। बताया जा रहा है कि जवानों का डी-4 में आधार तथा डी-5 में आधार सीट रिजर्व थी, लेकिन वे एक ही बोगी में साथ सफर करने के लिए डी-4 में आकर बैग रख लिए थे। जब मामला शांत हुआ तो इसके बाद ट्रेन लगभग 8:04 बजे रवाना हुई।