गुमशुदा बच्चा मिलने के बाद उत्तराधिकार को लेकर तनाव
राजगांगपुर थाना की पुलिस ने मार्च- 2020 से लापता एक बच्चे को स्थानीय ईदगाह मोहल्ला निवासी भौतम शेख के घर से बरामद कर सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया है।
संसू, राजगांगपुर (सुंदरगढ़) : राजगांगपुर थाना की पुलिस ने मार्च- 2020 से लापता एक बच्चे को स्थानीय ईदगाह मोहल्ला निवासी भौतम शेख के घर से बरामद कर सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया है। लेकिन अनुकरण लकड़ा नामक उक्त बच्चे के उत्तराधिकार को लेकर तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। झारखंड राज्य के खूंटी जिला निवासी निमांती लकड़ा व उसके पति अजस लकड़ा ने थाना पहुंचकर उक्त बच्चे को अपना पुत्र बताते हुए सौंपने की मांग की है। वहीं, ईदगाह मोहल्ला निवासी भौंतम शेख, बीमार हालत में 11 महीने पहले मिले बच्चे को पाल पोष कर बड़ा करने का हवाला देकर अपने पास रखने को अड़े हुए हैं। दो पक्षों द्वारा बच्चे को अपना बताए जाने के कारण स्थिति तनावपूर्ण हो गई है।
जानकारी के अनुसार, मार्च 2020 को झारखंड़ राज्य के खूंटी जिला के गोविंदपुर निवासी निमांती लकड़ा अपने एक साल के बच्चे के साथ किसी ट्रेन के जरिए राजगांगपुर पहुंच गई थी। उस समय महिला की मानसिक हालत ठीक नहीं थी। राजगांगपुर पहुंचने पर ट्रैक्शन कालोनी की शांति साहू ने उक्त महिला एवं उसके बच्चे को आश्रय दिया था। एक दिन रहने के बाद महिला अपने बच्चे को वहीं छोड़ कर लापता हो गई। इसके बाद महिला किसी ट्रेन में बैठकर नागपुर पहुंच गई। वहां महिला की स्थिति को देखते हुए आरपीएफ ने उसे एक महीने तक अपने साथ रखा। मानसिक स्थिति ठीक होने पर निमांती द्वारा अपना पता ठिकाना बताए जाने पर आरपीएफ ने उसे उसके पति अजस लकड़ा के हवाले कर दिया। निमांती के मिलने के बाद पति ने उससे बच्चे के बार पूछताछ की लेकिन वह कुछ बता नहीं पायी। इस पर अजस लकड़ा ने बच्चे की तलाश जारी रखी और राउरकेला चाइल्ड लाइन दिशा से लेकर ब्रहामणी तरंग थाना जाकर भी बच्चे के बारे में पता किया। सफलता नहीं मिलने पर कांसबहाल थाना में शिकायत दर्ज कराई गई। इसी बीच निमांती की अचानक याददाश्त वापस लौट आई और उसने राजगांगपुर स्थित ट्रैक्शन कालोनी में रहने वाली शांति साहू के बारे में बताया। इसके बाद पति-पत्नी शांति साहू के घर पहुंचे एवं बच्चे के बारे में पूछताछ की। कुछ देर आनाकानी करने के बाद शांति साहू ने बताया कि जिस वक्त बच्चे को उसकी मां छोड़कर लापता हो गई थी। उस वक्त बच्चे की हालत खराब थी। आठ महीना रखने के बाद बच्चे की हालत ज्यादा बिगड़ने लगी तो उसने भौतम शेख को बच्चा सौंप दिया। यह जानकारी मिलने के बाद निमांती लकड़ा पति के साथ ा राजगांगपुर थाना जाकर पुलिस से बच्चा दिलाने की गुहार लगायी। इसी आधार पर पुलिस ने भौंतम शेख को थाने बुलाया और बच्चे के बारे में पूछताछ की। शेख ने बताया कि 11 महीने से बच्चा उसके साथ में है और अपने लड़के की तरह उसकी देखभाल करते आ रहा है। बच्चा भी भौतम को अपना पिता समझता है और अपने सही मां-बाप को पहचानने से इनकार कर दिया है। फिलहाल अनुकरण लकड़ा नामक बच्चा सीडब्ल्यूसी के पास है। बच्चा किसके पास रहेगा, इसे लेकर पुलिस व सीडब्ल्यूसी के बीच मंथन चल रहा है।