बीजू युवा जनता दल ने संग्रह किया 50 यूनिट रक्त
बीजू जनता प्रमुख सह ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कोरोना महामारी में रक्त की कमी के मद्देनजर बीजद कार्यकत्र्ताओं से रक्तदान शिविर का आयोजन करते हुए रक्त संग्रह करने का आह्वान किया है।
संसू, राजगांगपुर : बीजू जनता प्रमुख सह ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कोरोना महामारी में रक्त की कमी के मद्देनजर बीजद कार्यकत्र्ताओं से रक्तदान शिविर का आयोजन करते हुए रक्त संग्रह करने का आह्वान किया है। इस कड़ी में रविवार को आइटी कालोनी स्थित कल्याण मंडप में बीजू युवा जनता दल के अध्यक्ष संजय बिनोद के तत्वावधान व ओडिशा मो परिवार के बैनर तले रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्घाटन बीजू युवा जनता दल के जिला अध्यक्ष देवेंद्र माझी ने किया। इस शिविर में कुल 50 यूनिट रक्त संग्रह किया गया। शिविर में सम्मानित अतिथि के रूप में बीजद नगर अध्यक्ष राजेंद्र बेहरा, पूर्व नगरपाल सुश्रीता पाइकराय, एसआई मिली साहू, सुभद्रा षाड़ंगी प्रमुख समेत गौतम महारथी, मोमिता संतरा, राजेंद्र लेंका, प्रदीप पटनायक आदि ने उपस्थित रहकर रक्तदाताओं को प्रोत्साहित किया। अंत में राजेंद्र बेहरा ने सभी का धन्यवाद किया। फुटपाथ पर दुकान लगाए दुकानदार को फटकार : स्मार्ट सिटी राउरकेला को अतिक्रमण मुक्त शहर बनाने के लिए नगर निगम के साथ-साथ पुलिस भी सक्रिय है। इसी क्रम में रविवार को ट्रैफिक पुलिस की ओर से मनोरमा मार्केट के निकट फुटपाथ पर प्लास्टिक लगाकर कारोबार कर रहे एक व्यक्ति को जमकर फटकार लगाई गई। हालांकि दुकानदार के निवेदन पर यातायात पुलिस अधिकारी कड़ी हिदायत देकर आगे बढ़ गए। समाजसेवी किशनलाल सुल्तानिया का निधन : झारसुगुड़ा के वरिष्ठ समाजसेवी, पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष सह जिला स्माल स्केल इंडस्ट्रीज के संस्थापक वयोवृद्ध किशन लाल सुल्तानिया का 84 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। मारवाड़ी पारा स्थित निवास स्थान पर अपराह्न चार बजे उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। यह समाचार मिलते ही बड़ी संख्या में शहर के गणमान्य व विभिन्न राजनैतिक दलों के नेता उनके निवास स्थान पहुंचकर स्थान पहुंच कर उनके अंतिम दर्शन करने के साथ श्रद्धासुमन अर्पित किया। रविवार को उनकी अंतिम यात्रा मारवाड़ी पाड़ा स्थित आवास से निकाली गई। स्थानीय मुक्ति धाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया। तीनों पुत्रों ने पिता को मुखाग्नि दी। इन्द्रा देवी मेमोरियल इंस्टीटयूट के संस्थापक सुल्तानिया अपने जीवन काल में 40 से अधिक सामाजिक संगठनों से जुड़े रहे। उनके तीन पुत्र, तीन पुत्रियों समेत भरापूरा परिवार है।