Move to Jagran APP

छत्तीसगढ़ के पिथोरा से अपहृत ट्रांसपोर्टर शुभम देवगढ़ से बरामद

छत्तीसगढ़ से अपहृत ट्रांसपोर्ट कारोबारी को देवगढ़ से बरामद कर लिया गया है। जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ पिथोरा से शनिवार शाम को ट्रांसपोर्ट कारोबारी शुभम अग्रवाल अपना ट्रक बेचने के लिए कुछ लोगों से 20 लाख में सौदा किया था।

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Jan 2022 07:18 AM (IST)Updated: Tue, 25 Jan 2022 07:18 AM (IST)
छत्तीसगढ़ के पिथोरा से अपहृत ट्रांसपोर्टर शुभम देवगढ़ से बरामद
छत्तीसगढ़ के पिथोरा से अपहृत ट्रांसपोर्टर शुभम देवगढ़ से बरामद

संवाद सूत्र,बामड़ा : छत्तीसगढ़ से अपहृत ट्रांसपोर्ट कारोबारी को देवगढ़ से बरामद कर लिया गया है। जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ पिथोरा से शनिवार शाम को ट्रांसपोर्ट कारोबारी शुभम अग्रवाल अपना ट्रक बेचने के लिए कुछ लोगों से 20 लाख में सौदा किया था। कागजात बनाने नोटरी के पास जा रहे थे तभी शुभम के चेहरे पर कुछ नशे की चीज स्प्रे कर बेहोश कर दिया। शुभम घर न लौटने पर खोजबीन किया था और शुभम कि कोई खबर न मिलने पर पिथोरा पुलिस में प्राथमिकी दर्ज की थी। शूभम का मोबाइल ट्रैकिग करने पर संबलपुर जिला बड़रमा अंचल में होने का पता चला था। पिथोरा पुलिस ने संबलपुर,देवगढ़ पुलिस समेत विभिन्न थाना में अलर्ट जारी किया था। देवगढ़ पुलिस ने एसपी राजकिशोर पाईकराय के निर्देश के बाद 49 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पेट्रोलिग बढ़ाने के साथ गाडि़यों की कड़ाई से जांच करने से शुभम अग्रवाल को एक ट्रक पर देवगढ़ की ओर जाते वक्त पुलिस ने बचाया। शुभम अपहरणकर्ताओं को चकमा देकर बड़रमा से एक ट्रक में लिफ्ट लेकर देवगढ़ की ओर जा रहे थे। शुभम ने पेट्रोलिग पार्टी को अपहरण की बात बताई और अपहरणकर्ताओं को पकड़ने का आग्रह किया। देवगढ़ पुलिस शुभम को थाने लाकर पूछताछ की थी और छत्तीसगढ़ पुलिस को सूचना दी थी। परिवार के देवगढ़ पहुंचने पर पुलिस ने शुभम को उनके हवाले कर दिया।

loksabha election banner

--------------

गोविदपुर लैंपस में आगजनी, रिकार्ड व कंप्यूटर जलकर खाक

बामड़ा गोविदपुर लैंपस में रविवार रात आठ बजे के करीब आग लगने से तीन कंप्यूटर सेट,लैंपस के लोन रिकार्ड, कैशबुक, रसीद बही समेत सभी रिकार्ड जलकर खाक हो गए। सूचना मिलने पर बामड़ा अग्निशमन विभाग के कर्मचरियों ने बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आगजनी की घटना को लेकर गोविदपुर लैंपस के एमडी प्रदीप कुमार भैंसा ने गोविदपुर थाने में लिखित शिकायत दर्ज की है। बामड़ा गोविंदपुर लैंपस 1976 में पंजीकृत हुआ था । लैंपस कार्यालय एक छोटे से मकान में चल रहा है। रिकार्ड रूम में खिड़की के पल्ले भी नही थे। लैंपस कार्यालय 17 डिसमिल जमीन पर है लेकिन इसका पट्टा अभी तक नहीं बन पाया है। काफी अर्से से बामड़ा तहसीलदार के पास लंबित है। कुचिंडा एआरसीएस ने बताया कि बामड़ा तहसीलदार से जल्द पट्टा बनाने का आग्रह किया गया है। लैंपस एमडी प्रदीप भैंसा ने कहा कि नया भवन के लिए मंजूरी हो गई है। पट्टा मिलने के साथ नए भवन का कार्य शुरू हो जाएगा। फिलहाल लैंपस कार्यालय 15 दिन के अंदर पूरी तरह दुरुस्त कर लिया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.