नाबालिग की हत्या में प्रेमी संग तीन गिरफ्तार, नहीं पता चला हत्या का कारण
नाबालिग की हत्या मामले में तीन युवकों को हिरासत में ले लिया गया है जबकि हत्या के कारण का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है।
संबलपुर, जेएनएन। चेन्नई से लौटी नाबालिग की हत्या करने के आरोप में पुलिस ने तीन युवकों को मेडिकल जांच कराने के बाद गिरफ्तार कर लिया। इनमें एक नाबालिग होने से उसे बाल सुधार गृह और जितेंद्र महाकुड और मोहन कुमुरा को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया। दोनों आरोपित फटामुंडा गांव के निवासी बताए गए हैं। शनिवार की दोपहर रेढ़ाखोल अस्पताल में मृत नाबालिग के शव का पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद परिवार वालों को सौंप दिया गया। हालांकि हत्या का कारण अबतक पता नहीं चला है। घटना किसिंडा थाना क्षेत्र की है।
शुक्रवार की देर शाम गोईलमुंडी गांव के समीप जंगल में एक नाबालिग का शव देखने के बाद ग्रामीणों ने तीन अपरिचित युवकों को पकड़कर किसिंडा पुलिस के हवाले किया था। पूछताछ और जांच पड़ताल के बाद पुलिस को पता चला कि मृत नाबालिग गोईलमुंडी गांव के कुमुरा परिवार की थी। वह चेन्नई में काम करती थी और शुक्रवार को अपराह्न गांव लौट रही थी। किसिंडा बस स्टैंड से तीन युवक उसे साइकिल में बिठाकर ले गए थे और इसके कुछ देर बाद ही उसका मृत शरीर जंगल में मिला था। गिरफ्तार आरोपितों में फटामुंडा गांव के जितेंद्र महाकुड को नाबालिग का प्रेमी बताया गया है। करीब एक वर्ष पहले से नाबालिग और जितेंद्र के बीच प्रेम संबंध था। इसके बाद नाबालिग काम करने के लिए चेन्नई चली गई।
चेन्नई में रहने के दौरान भी जितेंद्र के साथ वह संपर्क में थी। गांव लौटने से पहले नाबालिग ने जितेंद्र को इस बारे में बताया था। जितेंद्र शुक्रवार के अपराह्न अपने दो साथियों के साथ किसिंडा बस स्टैंड पहुंचा था और प्रेमिका को साथ लेकर उसके गांव की ओर लौट रहा था। खबर है कि रास्ते में जितेंद्र उसे लेकर जंगल के अंदर गया। उसके दोनों साथी बाहर इंतजार कर रहे थे। कुछ ग्रामीणों ने भी नाबालिग को जितेंद्र के साथ जंगल की ओर जाते देखा था। कुछ देर बाद जितेंद्र अकेले वापस लौटा और अपने साथियों से नाबालिग के मर जाने के बारे में बताया। इन सबकी संदेहजनक गतिविधि को देख उधर से गुजरते ग्रामीणों को संदेह हुआ और तीनों को पकड़कर पूछताछ की तब नाबालिग की मौत का पता चला और पुलिस को इस बारे में सूचित किया गया।
पुलिस के अनुसार, मृत नाबालिग के शरीर पर कोई चोट या जख्म का निशान नहीं है उसके शव के पास क्लोरोक्विन की खाली बोतल पड़ी मिली थी। ऐसे में यही माना जा सकता है कि नाबालिग को अधिक मात्रा में गोली खिलायी गई या फिर सांस बंदकर हत्या की गयी होगी। मृत नाबालिग सिमिलीपाल गांव में अपने मामा के घर पर रहकर मैट्रिक की पढाई करने के बाद काम करने के लिए चेन्नई चली गयी थी। ऐसे में उसका प्रेमी जितेंद्र उससे नाराज होकर ऐसा करने की संभावना पर भी पुलिस की नजर है। रेढ़ाखोल एसडीपीओ के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलाने के बाद ही मौत के कारण का पता चल सकेगा।
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