लक्ष्मी टॉकिज के स्थान का सदुपयोग किए जाने का प्रस्ताव
दशकों पहले सरकार से लीज पर जमीन लेने और उस स्थान पर लक्ष्मी टाकिज का निर्माण कराने के बाद अब उस जमीन को लेकर विवाद शुरू हो गया है।
संवाद सूत्र, संबलपुर : दशकों पहले सरकार से लीज पर जमीन लेकर लक्ष्मी टॉकिज का निर्माण कराने के बाद अब उक्त स्थान को लेकर विवाद शुरू हो गया है। वर्षो पहले इस जमीन की लीज अवधि खत्म हो जाने और टॉकिज भी बंद हो जाने से उस स्थान का सदुपयोग किये जाने को लेकर सदर तहसीलदार की अदालत में एक मामला दायर किया गया है। लोगों ने बंद पड़ी टॉकिज के स्थान को जिला प्रशासन द्वारा वापस लेने और उस स्थान पर बहुमंजिला भवन बनाकर नीचे पार्किंग और व्यवसायियों के लिए दुकान की व्यवस्था करने का प्रस्ताव दिया है। सदर तहसीलदार की अदालत में दाखिल याचिका में बताया गया है कि लीज पर ली गयी इस जमीन को बेचे जाने की कोशिश की जा रही है जो पूरी तरह गैरकानूनी है।
शहर के मुख्य चौक के निकट स्थित लक्ष्मी टॉकिज परिसर में दशकों से दुकान चलाने वालों की ओर से तहसीलदार की अदालत में दायर याचिका में बताया गया है कि सरकारी जमीन को लीज पर लिया गया था और वहां लक्ष्मी टॉकिज का निर्माण कराया गया था। इस जमीन की लीज अवधि वर्षो पहले समाप्त हो चुकी है और इसका नवीनीकरण भी नहीं कराया गया है। टॉकिज भी वर्षो से बंद है। इस सरकारी जमीन को जिसने लीज पर लिया था उनका भी निधन हो चुका है और उनके उत्तराधिकारी भी ओडिशा में नहीं रहते और ना ही यहां के मतदाता हैं। लेकिन लीज पर ली गयी इस 62 डिसमिल जमीन को बिल्डर को बेचने की कोशिश में हैं। वर्तमान इस जमीन की कीमत करोड़ों रुपये की है। ऐसे में लीज पर दी गयी इस सरकारी जमीन जिला प्रशासन को वापस लेने और टॉकिज के स्थान का सदुपयोग किए जाने को लेकर रामचंद्र मेहेर, प्रदीप दास, देवाशीष पुरोहित, इंद्रजीत नाथ, टीआर राजेंद्रन, रामदर्शन यादव, नवीन पटेल और नटवरलाल वारु ने याचिका दाखिल की है। इस पर सुनवाई करने के बाद सदर तहसीलदार ने इस संदर्भ में जिलाधीश को रिपोर्ट देने की बात कही है।