बरामद युवती के बयान से मानव तस्करी का संदेह गहराया
राजस्थान में बेची गई युवती के बयान से मानव तस्करी का संदेह गहराने लगा है।
संसू, संबलपुर : राजस्थान में बेची गई युवती के बयान से मानव तस्करी का संदेह गहराने लगा है। युवती ने बताया है कि संबलपुर समेत ओडिशा में कई ऐसे गिरोह सक्रिय हैं, जो गरीब और जरूरतमंद युवतियों को नौकरी का झांसा देकर शोषण करते हैं। संबलपुर स्थित वन स्टॉप सेंटर में तीन दिन रहने के बाद अपने माता- पिता के साथ वापस अपने गांव लौटी युवती ने बताया है कि संबलपुर के गुजराती कॉलोनी में रहने वाली शिवप्रिया साहू (पुलिस के अनुसार विष्णुप्रिया साहू ) के साथ उसकी पुरानी पहचान है। शिवप्रिया कॉस्मेटिक की दुकान चलाती है। उससे कॉस्मेटिक सामान खरीदकर वह अपने गांव में बेचती थी। कई बार वह शिवप्रिया के घर में रह चुकी थी। उस दौरान दो महिलाएं आकर उसे नौकरी दिलाने की बात कहती थीं। शिवप्रिया ने भी भविष्य सुधारने की खातिर बड़े शहर में जाकर नौकरी करने की सलाह देती थी। विगत छह दिसंबर को जब वह कॉस्मेटिक का सामान खरीदने शिवप्रिया के पास गई तब उसने फिर नौकरी की लालच दी। नौकरी के लालच में वह कुछ लोगों के साथ भुवनेश्वर चली गई। उसे भुवनेश्वर ले जानेवाले उसे जगत¨सहपुर जिला की एक महिला के घर में दस दिनों तक रखा और फिर उसे राजस्थान ले गए। वहां बाग्गर थाना अंतर्गत छोटा बलुंदा गांव में रहने वाली एक ओड़िया महिला को सौप दिया। उस महिला ने उसे सुखवीर ¨सह जाट को बेच दिया था। बारहवीं कक्षा की पढाई कर चुकी इस युवती ने बताया है कि ओडिशा की कई युवतियों को बाहरी प्रदेशों में ले जाकर बेच दिया जाता है। इसका पता उसे छोटा बलुंदा गांव में रहनेवाली ओड़िया महिला से चला। मानव तस्कर गरीब और जरूरतमंद युवतियों को नौकरी और विवाह का झांसा देकर ले जाते हैं और बेच देते हैं। युवती के बयान और घटना की जांच पड़ताल कर सच्चाई का पता लगाने और आरोपितों को कानून के हवाले करने की खातिर संबलपुर पुलिस की एक विशेष टीम भुवनेश्वर और राजस्थान जाने वाली है।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में पुलिस ने युवती को खरीदने वाले सुखवीर सिंह जाट और शिवप्रिया को अबतक गिरफ्तार किया है, जबकि युवती को भुवनेश्वर और राजस्थान ले जाने में कुछ और लोग शामिल बताए गए हैं।