ओडिशा के कई जिलों में सक्रिय कुख्यात बाबू कोंग गिरोह
कुख्यात बाबू कोंग उर्फ सरफराज खान उर्फ समीर के खुलासे के बाद संबलपुर पुलिस द्वारा झारसुगुड़ा जिला के जतिन प्रधान की गिरफ्तारी और तीन वाहनों की जब्ती के बाद इस गिरोह का एक और पुराना कारनामा याद आ गया है।
संवाद सूत्र, संबलपुर : कुख्यात बाबू कोंग उर्फ सरफराज खान उर्फ समीर के खुलासे के बाद संबलपुर पुलिस द्वारा झारसुगुड़ा जिला के जतिन प्रधान की गिरफ्तारी और तीन वाहनों की जब्ती के बाद इस गिरोह का एक और पुराना कारनामा याद आ गया है। करीब तीन वर्ष पहले तत्कालीन एसपी अखिलेश्वर सिंह के नेतृत्व में संबलपुर पुलिस ने बाबू कोंग गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से करीब एक करोड़ की कीमत के 19 वाहन जब्त किया था। यह सभी वाहन ओडिशा के विभिन्न जिलों से चोरी कर उनके फर्जी कागजात बनाकर बेचे गए थे।
बीते 30 अप्रैल 2017 को तत्कालीन एसपी अखिलेश्वर सिंह ने बताया था कि स्थानीय सोनापाली के बाबू कोंग उर्फ सरफरारज खान और हीराकुद के सोनू अग्रवाल को गिरफ्तार कर पूछताछ करने के बाद इस गिरोह से जुड़े कोरापुट जिला के प्रदीप कुमार शबर, ढेंकनाल के प्रमोद नायक उर्फ प्रशांत और स्थानीय अईंठापाली के रंजीत प्रसाद को गिरफ्तार करने समेत 19 ट्रक, पॉवरटिलर, कार, बाइक और पिकअप जब्त किया गया। यह गिरोह वाहनों की चोरी कर उनके फर्जी कागजात बनाकर बेच देता था। राज्य के विभिन्न जिलों में इस गिरोह के सदस्य काम करते हैं और वाहनों की चोरी से लेकर बेचने तक के काम में सहयोग करते हैं।