मिल मालिकों के आंदोलन से मंडी में नही बिक रहा धान
धान बेचने बुधवार को विभिन्न मंडियों में पहुंचे किसानों को एक बार फिर निराश होना पड़ा।
संसू, संबलपुर : धान बेचने बुधवार को विभिन्न मंडियों में पहुंचे किसानों को एक बार फिर निराश होना पड़ा। मंड़ी तो खुल गई है लेकिन अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत चावल मिल मालिकों के धान खरीदने नहीं पहुंचने से एक बोरा धान की भी बिक्री नहीं हो सकी। ऐसे में किसान नेताओं ने चेतावनी दी है कि 19 नवंबर तक अगर धान नही खरीदा गया तो किसान धान को राजमार्ग में जला देंगे। इस संबंध में उप जिलाधीश प्रदीप साहू ने कहा कि समस्या का समाधान करने का प्रयास किया जा रहा है। यथाशीघ्र मंडियों में धान की खरीद शुरू हो जाएगी।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में राज्य खाद्य आपूर्ति मंत्री सूर्यनारायण पात्र ने उतरांचल राजस्व आयुक्त स्तरीय बैठककर धान की खरीद सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था। इसके बाद संबलपुर जिला में 14 नवंबर से मंड़ी खोले जाने और धान खरीद की घोषणा की गई थी। मंडी खुलने से दो दिन पहले ही दर्जनों किसान हजारों बोरा धान लेकर मंडियों और क्रय केंद्र पहुंचे थे लेकिन मिल मालिकों की मांग का समाधान नही होने से कोई धान खरीदने नहीं पहुंचा। बुधवार को बरेईपाली, विशाल¨खडा, चारपाली की मंडी के साथ कई धान क्रय केंद्र खुले। लेकिन किसानों का एक बोरा धान तक नहीं बिका। बरेईपाली मंडी पहुंचे किसानों का धान प्रबंधन ने अपनी हिफाजत में रख लिया है। जबकि अन्य मंडियों और क्रय केंद्रों में पहुंचे किसानों को अपने धान के साथ निराश होकर लौटना पड़ा। इधर, मिल मालिकों ने अपनी मांगों को लेकर भुवनेश्वर में विभागीय मंत्री और सचिव से भी मुलाकात की है। ऐसे में संभावना है कि मिल मालिकों की मांगो का समाधान होते ही धान की खरीद शुरू हो जाएगी।