मासूम की हत्या में जेल भेजी गई संध्या और नबीना
जादू-टोना के लिये मासूम की हत्या में दोनों महिला आरोपितों को जेल - पुलिस एक आरोपित महिला के पति को किया रिहा - गांव में टोनही कहे जाने से आहत थीं दोनों आरोपित - आरोपित नबीना की तीन बेटियों ने की है मां को फांसी की सजा दिलाने की मांग
संवाद सूत्र, बामड़ा : सुंदरगढ़ जिले के धरुआडीही थाना अंचल के घुमड़ा गांव में जादू-टोना के लिए चार साल की बच्ची पूनम सा का गला घोंटकर हत्या के मामले में गिरफ्तार संध्या नाग और नबीना सा को पुलिस ने रविवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। घटना के बाद हिरासत में लिए गए नबीना सा के पति चंद्रकांत को पुलिस ने छोड़ दिया है।
इधर, आरोपित नबीना सा की तीन बेटियों ने अपनी मां के लिए फांसी की सजा की मांग की है। कॉलेज में पढ़ने वाली नबीना की पुत्री सपना सा समेत उसकी दो बहने मासूम की हत्या को लेकर काफी व्यथित हैं। तीनों ने रोते-रोते अपनी मां के इस कुकृत्य के लिए फांसी की सजा देने की मांग की है। पुलिस के समक्ष दोनों आरोपितों ने गांव में उन्हें टोनही कहने के कारण गांववालों को सबक सिखाने के लिए इस कांड को अंजाम देने की बात स्वीकार की है।
उल्लेखनीय है कि बीते शनिवार को घुमड़ा गांव की चार साल की पूनम सा लापता हो गयी थी। खोजबीन के दौरान गांव की संध्या नाग के घर से टीन के बक्से में पूनम को रक्तरंजित हालत में पाया गया था। उसके शरीर पर दांत गड़ाने, नोचने के निशान थे। तुरंत उसे बामड़ा अस्पताल ले जाया गया था जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया था। इस मामले में मृत बच्ची के दादा सुरेंद्र सा की ओर से शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने संध्या नाग, नबीना सा सहित उसके पति चंद्रकांत को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी। गांववालों ने इसके लिए संध्या नाग व बच्ची की चाची नबीना सा को दोषी माना था और शिशु कन्या बलि की आशंका जतायी गयी थी।