मोबाइल की खातिर अध्यापक की हत्या करने वाला गिरफ्तार
संसू, संबलपुर : शिक्षक दिवस की रात अपने अध्यापक ह्रुदानंद प्रधान की हत्या कर उनका कीमती मोबाइल फोन औ
संसू, संबलपुर : शिक्षक दिवस की रात अपने अध्यापक ह्रुदानंद प्रधान की हत्या कर उनका कीमती मोबाइल फोन और नकद 40 हजार रुपये लेकर फरार होने वाले छात्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसके पास से अध्यापक का मोबाइल फोन भी जब्त किया है। आरोपित दुखनाशन बाग उर्फ राजू से हत्या के बारे में पूछताछ करने के बाद शुक्रवार को उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि छह सितंबर को अध्यापक का शव मिला था। तभी से इस हत्या घटना को लेकर तरह तरह की चर्चा शुरू हो गई थी । पुलिस ने इस मामले की जांच के दौरान पांच संदिग्धों को थाने लाकर पूछताछ कर रही थी। लेकिन किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि अध्यापक की हत्या में उनका ही एक पूर्व छात्र दुखनाशन उर्फ राजू शामिल होगा।
हत्या की यह घटना 5 सितंबर की देर रात जिला के सासन थाना अंतर्गत मूरा गांव में हुई। गांव में स्थित डीपीए कॉलेज में अध्यापक ह्रुदानंद प्रधान राजनीति विज्ञान पढ़ाते थे। वे गांव के ही हाईस्कूल परिसर में अन्य अध्यापकों के साथ रहते थे। देवगढ जिला के रियामाल इलाके के अध्यापक प्रधान के साथ कॉलेज के पूर्व छात्र दुखनाशन बाग उर्फ राजू की अच्छी जमती थी और दोनों को अक्सर साथ देखा जाता था। दुखनाशन ने बीते वर्ष पढाई छोड़ दिया था। इसके बाद वह झारसुगुड़ा जिला के लखनपुर स्थित कोयला खदान में काम करने लगा। सितंबर के प्रथम सप्ताह में वह नुंआखाई के लिए गांव लौटने पर कुछ दिनों तक गांव में ही रुका था।
इस मामले की जांच और पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि हत्या वाली रात अध्यापक ह्रुदानंद और दुखनाशन के बीच मुलाकात हुई थी । शाम के समय अध्यापक प्रधान गांव के हरिजनपाड़ा स्थित दुखनाशन के घर जाकर उसके माता- पिता से मिले थे। इसके बाद दोनों हाईस्कूल परिसर स्थित आवास लौटे। आरोपित ने पुलिस को बताया है कि अध्यापक प्रधान ने एक कीमती मोबाइल फोन खरीदा था। उस मोबाइल फोन को हासिल करने की खातिर उसने उनकी हत्या कर दी। रात के समय इलाके में बिजली गुल थी और अध्यापक रात के भोजन की तैयारी कर रहे थे। तभी उसने लाठी से उनके सिर पर कई वार कर दिया। इस कारण घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो जाने के बाद अध्यापक के एक पैर को पास में लगे हीटर के ऊपर रख दिया और स्विच ऑन कर दिया। इसके बाद उसने अध्यापक के आवास से 40 हजार रुपये और उनका नया मोबाइल फोन लेकर फरार हो गया। दरवाजे में एक नया ताला भी लगा दिया और उसकी चाबी और मोबाइल फोन का कवर दूर फेंक दिया।
पुलिस को अध्यापक का मोबाइल फोन नहीं मिला था। ऐसे में साइबर सेल उस मोबाइल की ट्रैकिग कर रही थी। बुधवार की रात जब दुखनाशन ने अध्यापक के मोबाइल में नया सिम लगाकर ऑन किया तब पुलिस को इसका पता चला। गुरुवार को गांव के हरिजन पाड़ा से दुखनाशन को हिरासत में लिया। उसकी निशानदेही पर अध्यापक का मोबाइल फोन, कवर और ताले की चाबी को जब्त किया। पूछताछ के दौरान पुलिस को यह जानकार भी आश्चर्य हुआ कि अध्यापक की हत्या करने के बाद दुखनाशन गांव में गणेश विसर्जन जुलूस में उत्साह के साथ शामिल हुआ था।