संबलपुर में शराबी युवक को पेड़ में बांधकर पीटा
सत्रह वर्ष पहले ठीक 23 जनवरी 2003 की सुबह जिला के जुजुमुरा थाना अंतर्गत मेघपाल गांव में पहली बार माओवादियों ने जन अदालत लगाने के बाद टांपरगढ़ के पूर्व सरपंच कादर सिंह की गोली मारकर दिनदहाड़े हत्या कर दी थी।
संवाद सूत्र, संबलपुर : सत्रह वर्ष पहले ठीक 23 जनवरी 2003 की सुबह जिला के जुजुमुरा थाना अंतर्गत मेघपाल गांव में पहली बार माओवादियों ने जन अदालत लगाने के बाद टांपरगढ़ के पूर्व सरपंच कादर सिंह की गोली मारकर दिनदहाड़े हत्या कर दी थी। जिले में माओवादियों की यह पहली हिसक वारदात थी और इस घटना के बाद इलाके में दहशत फैल गई थी। इस वारदात के ठीक सत्रह वर्ष बाद, 23 जनवरी 2020 की शाम उसी जुजुमुरा थाना अंतर्गत तिलेईमाल गांव में पहली बार 'कंगारू कोर्ट' लगाकर भीड़ ने एक शराबी युवक तीर्थ प्रधान को पेड़ में बांधकर निर्मम पिटाई की। किसी तरह इसकी सूचना पुलिस तक पहुंच गयी और समय रहते किसी अनहोनी होने से पहले थानेदार तारावती प्रधान घटनास्थल पर सदल बल पहुंच गई और तीर्थ को भीड़ की चंगुल से बचाकर गंभीर हालत में जुजुमुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। इस घटना को लेकर थाने में दो रिपोर्ट दर्ज करायी गई है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार, 22 जनवरी को तिलेईमाल गांव का तीर्थ प्रधान शराब के नशे में धुत होकर अपने ही गांव के कार्तिक धरुआ से खूब गालीगलौज की थी। इसी घटना को लेकर 23 जनवरी की सुबह गांव में बैठक बुलाई गयी थी, लेकिन आरोपित तीर्थ बुलाए जाने के बाद भी नहीं आया। इसी से नाराज लोगों ने शाम के समय तीर्थ को पकड़ कर एक पेड़ से बांध दिया और कानून को अपने हाथों में लेते हुए उसकी निर्मम पिटाई शुरू कर दी। तीर्थ के सिर और पीठ में गहरी चोट लगी। इसी दौरान किसी ने पुलिस को सूचित कर दिया। खबर लगते ही थानेदार तारावती प्रधान घटनास्थल पर पहुंचकर तीर्थ को भीड़ के चंगुल से बचाकर इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। इस घटना के बाद तीर्थ और काíतक की ओर से एक दूसरे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी गई है।