संबलपुर विवि में तोड़फोड़ के बाद लाठीचार्ज, 33 छात्र गिरफ्तार
आफलाइन में परीक्षा कराने को लेकर जारी इस विज्ञप्ति के बाद असंतुष्ट कॉलेज छात्र मंगलवार को विश्वविद्यालय पहुंचे और प्रशासनिक भवन के सामने विरोध-प्रदर्शन करने लगे। उन्होंने इस आशय का एक पत्र कुलपति प्रो संजीव मित्तल को प्रदान करने समेत इस बारे में तुरंत निर्णय लेने का अनुरोध किया। बताया गया है कि कुलपति ने छात्रों से पंद्रह मिनट इंतजार करने को कहा लेकिन आधे घंटे बीत जाने के बाद भी जब कोई जवाब नहीं मिला तब गुस्साए छात्रों ने जबरन प्रशासनिक भवन में घुसने की कोशिश की।
संवाद सूत्र, संबलपुर : पश्चिम ओडिशा में कोरोना संक्रमण की स्थिति को आनलाइन परीक्षा कराने की मांग को लेकर मंगलवार के अपरान्ह बुर्ला स्थित संबलपुर विश्वविद्यालय परिसर में हंगामा हो गया। बरगढ़ और संबलपुर जिला के विभिन्न कॉलेजों से आए छात्रों ने अपनी मांग को लेकर कोई निर्णय नहीं लिए जाने से आंदोलित होकर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में जबरन घुसकर तोड़फोड़ शुरू कर दी। मौके पर मौजूद बुर्ला पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया, जिसमें तीस से अधिक छात्रों के घायल होने की खबर है। लाठीचार्ज के बाद पुलिस ने 33 छात्रों को गिरफ्तार कर बुर्ला थाने ले गई और शाम के समय उन्हें निजी मुचलके पर छोड़ दिया। आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज में घायल छात्रों का इलाज तक नहीं कराया। बरगढ़ जिला के गोडभगा स्थित सारश्वत कॉलेज के छात्र मनोज राणा का दोनों हाथ लाठीचार्ज में टूट गया। ऐसे में, अताबिरा के पूर्व विधायक निहार रंजन महानंद ने उसका इलाज एक निजी क्लिनिक में कराया। उधर, पुलिस ने इस घटना के बाद एक बस को जब्त किया है, जिसमें सवार होकर बरगढ़ जिला से कॉलेज छात्र विश्वविद्यालय आए थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हंगामा विश्वविद्यालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति को लेकर हुआ। आफलाइन में परीक्षा कराने को लेकर जारी इस विज्ञप्ति के बाद असंतुष्ट कॉलेज छात्र मंगलवार को विश्वविद्यालय पहुंचे और प्रशासनिक भवन के सामने विरोध-प्रदर्शन करने लगे। उन्होंने इस आशय का एक पत्र कुलपति प्रो, संजीव मित्तल को प्रदान करने समेत इस बारे में तुरंत निर्णय लेने का अनुरोध किया। बताया गया है कि कुलपति ने छात्रों से पंद्रह मिनट इंतजार करने को कहा, लेकिन आधे घंटे बीत जाने के बाद भी जब कोई जवाब नहीं मिला तब गुस्साए छात्रों ने जबरन प्रशासनिक भवन में घुसने की कोशिश की। विश्वविद्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन छात्र धक्कामुक्की करने लगे। कुछ छात्रों ने प्रशासनिक कार्यालय में तोड़फोड़ करने लगे। छात्रों के तेवर को देखते हुए बुर्ला पुलिस को पहले ही बुला लिया गया था। ऐसे में, बुर्ला पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने की खातिर अंधाधुंध लाठीचार्ज शुरु कर दिया। छात्रों को दूर दूर तक दौड़ाकर पीटा गया। विश्वविद्यालय में हंगामा और तोड़फोड़ की लिखित रिपोर्ट दर्ज होने के बाद बुर्ला पुलिस ने 33 छात्रों को गिरफ्तार और बरगढ़ के एक बस को जब्त किया।
कुलपति प्रो. मित्तल ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि उन्हें छात्रों की ओर से कोई ज्ञापन नहीं दिया गया था, लेकिन खुद को बरगढ़ जिला का कॉलेज छात्र बताने वालों की ओर से उन्हें नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑ़फ इंडिया की ओर से एक पत्र प्रदान कर तृतीय सेमस्टर की परीक्षा ऑनलाइन कराने की मांग की गई है। इस पर विचार किया जा रहा है। कुलपति ने बताया कि तोड़फोड़ में करीब ढाई लाख की संपत्ति का नुकसान हुआ है।