पश्चिम ओडिशा में सात से 72 घंटे की आर्थिक नाकाबंदी
पश्चिम ओडिशा में विगत 29 और 30 नवंबर को वकील संघों के 48 घंटे के महाबंद के बाद अब वकीलों ने आगामी सात जनवरी से 72 घंटे की आर्थिक नाकाबंदी करने का निर्णय लिया है।
संसू, संबलपुर : पश्चिम ओडिशा में विगत 29 और 30 नवंबर को वकील संघों के 48 घंटे के महाबंद के बावजूद हाईकोर्ट की स्थायी खंडपीठ की मांग पर सरकार की चुप्पी को देखते हुए वकीलों ने बड़ा निर्णय लिया है। पश्चिम ओडिशा वकील संघ समूह केंद्रीय क्रियानुष्ठान कमेटी (सीएसी) ने 7 जनवरी से पश्चिम ओडिशा में 72 घंटे की आर्थिक नाकाबंदी करने समेत पांच सितंबर से संबलपुर में शुरू कामबंद आंदोलन जारी रखने का ऐलान किा है। आर्थिक नाकाबंदी के दौरान मुंबई-कोलकाता राजमार्ग, संबलपुर-राउरकेला एक्सप्रेस वे, संबलपुर-कटक राजमार्ग और संबलपुर-सोनपुर राजमार्ग पर मालवाही वाहनों का चक्का जाम किया जाएगा।
शुक्रवार को सोनपुर जिला के बीरमहाराजपुर में सीएसी की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित रही। बीरमहाराजपुर वकील संघ के अध्यक्ष स्वयंभूनाथ खंडगिरी की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में कमेटी के सचिव निरंजन त्रिपाठी, आवाहक अशोक दास, सोनपुर जिला वकील संघ के अध्यक्ष सर्वेश्वर पुरोहित, केंद्रीय कमेटी सभा के आवाहक प्रमोद दास आदि की मौजूदगी में हाईकोर्ट की खंडपीठ के मुद्दे पर सरकार की चुप्पी को देखते हुए आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया। आगामी 31 दिसंबर तक देवगढ़ या सुंदरगढ़ में लोक प्रतिनिधि बैठक बुलाने का भी निर्णय हुआ है।
सीएसी के सचिव निरंजन त्रिपाठी के अनुसार, सात जनवरी से 9 जनवरी तक पश्चिम ओडिशा में आर्थिक नाकाबंदी करने का निर्णय लिया गया है। इस बैठक में संबलपुर जिला वकील संघ के अध्यक्ष विजीतेंद्रीय प्रधान, सुंदरगढ़ जिला अध्यक्ष विजय टोप्पो, देवगढ़ जिला अध्यक्ष दिलीप गुरु, बउद जिला अध्यक्ष तारिणी महापात्र, पदमपुर वकील संघ के अध्यक्ष किशोर मेहेर, संबलपुर के सत्यनारायण पंडा, सुरेश्वर मिश्र प्रमुख शामिल रहे।