बुर्ला के झांकरानी मंदिर के निकट हाथियों का झुंड
पिछले कुछ दिनों से बुर्ला निकटस्थ हीराकुद बांध के जीरो प्वाइंट इलाके में दिखे जंगली हाथियों के एक झुंड को सोमवार की शाम बुर्ला स्थित अशोक निवास निकटस्थ मां झांकरानी मंदिर के निकट देखा गया।
संवाद सूत्र, संबलपुर : पिछले कुछ दिनों से बुर्ला निकटस्थ हीराकुद बांध के जीरो प्वाइंट इलाके में दिखे जंगली हाथियों के एक झुंड को सोमवार की शाम बुर्ला स्थित अशोक निवास निकटस्थ मां झांकरानी मंदिर के निकट देखा गया। इसकी खबर लगने के बाद वन विभाग के कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचकर हाथियों के झुंड को जंगल की तरफ खदेड़ दिया, लेकिन खतरा अब भी बना हुआ है। हीराकुद जलभंडार से सटे राइट डाइक मार्ग से होकर लोग आनेजाने से कतरा रहे हैं। बताया गया है कि शाम ढलते ही हाथियों का यह झुंड राइट डाइक मार्ग पर आ जाता है।
वन विभाग के अनुसार, इस झुंड में 14 हाथी हैं, जिनमें से 4 दंतैल, 7 मादा और 3 शावक हैं। यह झुंड शनिवार के दिन बसंतपुर और बाबूबंध इलाके से होकर हीराकुद बांध के जलभंडार निकटस्थ जंगल इलाके में पहुंचा था। हाथियों के बारे में सूचना मिलने के बाद से वन विभाग की ओर से गश्त शुरू कर उनकी गतिविधि पर नजर रखे जाने समेत जनबस्ती इलाके की ओर आने से रोकने की कोशिश जारी है। बताया गया है कि हाथियों के इस झुंड की गतिविधि को देखते हुए वन विभाग की ओर से बुर्ला के झांकरानी मंदिर से जीरो प्वाइंट के बीच लोगों की आवाजाही को बंद किया गया है। वन अधिकारियों ने जिंदा पेंगोलिन को पकड़कर जंगल में छोड़ा : ओडिशा के गंजम जिले के एक गांव से जगन्नाथ प्रसाद वन क्षेत्र के अधिकारियों ने सोमवार शाम को एक जीवित पेंगोलिन को बचाया। जगन्नाथ प्रसाद वन क्षेत्र के अंतर्गत बंता गांव के नुआसाही क्षेत्र से जीवित पेंगोलिन को बचाया गया। सूत्रों का कहना है कि कुछ ग्रामीणों ने पेंगोलिन को गांव की ओर जाते हुए देखा और इसकी सूचना वन अधिकारियों को दी। सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जिदा पेंगोलिन को पकड़कर इलाज के लिए ले गए। इलाज के बाद उसे जंगल में छोड़ दिया गया।