Odisha: कुख्यात गैंगस्टर शेख हैदर फरार, छह पुलिस कर्मचारी निलंबित
Odisha कुख्यात गैंगस्टर शेख हैदर शनिवार को कटक स्थित श्रीरामचंद्र भंज मेडिकल हॉस्पिटल के सर्जरी वार्ड से फरार हो गया। वह संबलपुर पुलिस पार्टी को चकमा देकर फरार हो गया। इस मामले में संबलपुर पुलिस पार्टी के एक हवलदार और पांच कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।
संबलपुर/भुवनेश्वर, जेएनएन। Odisha: ओडिशा में कुख्यात गैंगस्टर शेख हैदर के फरार होने का मामला सामने आया है। हैदर शनिवार को कटक स्थित श्रीरामचंद्र भंज मेडिकल हॉस्पिटल के सर्जरी वार्ड से फरार हो गया। वह संबलपुर पुलिस पार्टी को चकमा देकर फरार हो गया। इस मामले में संबलपुर पुलिस पार्टी के एक हवलदार और पांच कांस्टेबल को रविवार को संबलपुर जिला पुलिस अधीक्षक बाटुला गंगाधर ने लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया। गैंगस्टर शेख हैदर को वर्ष 2017 में भुबनेश्वर के झारपाड़ा जेल से संबलपुर मंडल जेल स्थानांतरित किया गया था। उम्रकैद की सजा भुगत रहे शेख हैदर और धलसामंत भाइयों के साथ झारपाड़ा जेल में तनातनी के बाद सुरक्षा की दृष्टि से शेख हैदर को संबलपुर जेल स्थानांतरित किया गया था।
यहां के जेल में रहने के दौरान हैदर अपनी इलाज के लिए कई बार बुर्ला स्थित मेडिकल हॉस्पिटल भी गया था, लेकिन इस बार उसे इलाज के लिए 28 मार्च को कटक मेडिकल हॉस्पिटल ले जाया गया था। उसे हॉस्पिटल के सर्जरी वार्ड के केबिन नंबर-पांत में रखा गया था। उसकी निगरानी में एक सुरक्षा कर्मचारी को लगाया गया था। बताते हैं कि हॉस्पिटल से फरार होने की योजना बनाकर कटक मेडिकल हॉस्पिटल में भर्ती हैदर ने एक सुरक्षा कर्मचारी को कुछ नशीली पदार्थ देने के बाद फरार हो गया। हैदर के फरार होने की जानकारी मिलने के बाद कटक डीसीपी प्रतीक सिंह और अन्य अधिकारी एससीबी मेडिकल पुलिस चौकी पहुंचे और घटना की जांच पड़ताल शुरु कर दिया।
इसी के साथ इस घटना की सूचना संबलपुर पुलिस को भी दी गई। तब संबलपुर जिला पुलिस अधीक्षक गंगाधर ने विभागीय जांच शुरू करते हुए इस मामले में हैदर को साथ लेकर कटक गई पुलिस पार्टी के हवलदार रमेश चंद्र देहुरी समेत कांस्टेबल बुलबुल साहू, दीपक साहू, मोहम्मद मौसिम, उमाकांत बेहेरा और सुधांशु माझी को निलंबित किया है। हैदर के फरार हो जाने की इस घटना के बाद रविवार के दिन संबलपुर पुलिस, संबलपुर मंडल जेल और बुर्ला मेडिकल हॉस्पिटल में बैठक पर बैठक हो रही है और सुरक्षा व्यवस्था में हुई गड़बड़ी का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
शेख हैदर की पहचान ओडिशा के कुख्यात गैंगस्टर के रूप में की जाती है। उसके खिलाफ विभिन्न पुलिस थानों में दर्जनों संगीन मामले दर्ज हैं। केंदूझर जिला के खदान व्यवसायी रश्मिरंजन महापात्र की हत्या मामले में अदालत ने उसे और उसके साथियों को दोषी करार दिया है। भुवनेश्वर स्थित अतिरिक्त जिला अदालत ने 2015 में हैदर को उम्रकैद की सज़ा सुनाया था। बीते 27 मई, 2007 को रश्मिरंजन की हत्या की गई थी। खदान व्यवसायी महापात्र भुवनेश्वर शहीद नगर आ रहे थे, तभी हैदर गैंग ने उनका अपहरण कर लिए था।
कुख्यात गैंगस्टर हैदर के एससीबी मेडिकल से फरार हो जाने के बाद से ओडिशा में हाई अलर्ट जारी किया गया गया है, खुद पुलिस डीजी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। इस मामले में रविवार को एक हवलदार सहित पांच पुलिस कर्मचारी को नौकरी से निलंबित कर दिया गया है। निलंबित होने वालों में हवलदार रमेश चन्द्र देहुरी, कांस्टेबल बुलबुल साहू, दीपक साहू, कांस्टेबल मोहममद मौसीम, उमाकांत बेहेरा, कांस्टेबल सुधांशु माझी शामिल हैं। ये सभी हैदर की सुरक्षा दायित्व में थे। विभागीय जांच के बाद यह कार्रवाई किए जाने की जानकारी सबंलपुर के एसपी वी.गंगाधर ने दी है।
गैंगस्टर हैदर के फरार हो जाने को लेकर डीजीपी अभय की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक हुई है। इस बैठक के बाद क्राइम ब्रांच एडीजी ने कहा कि राज्य के सभी सीमावर्ती क्षेत्र पर नजर रखी जा रही है। सभी जिले के एसपी को अलर्ट पर रहने को निर्देश जारी किया गया है। स्टेशन, हवाई अड्डा, बस स्टैंड पर नजर रखी जा रही है। हैदर को पकड़ने के लिए पांच से छह टीम का गठन किया गया है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। बहुत जल्द उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बैठक के बाद पुलिस कमिश्नर सौमेन्द्र प्रियदर्शी ने कहा कि सर्वेलांस को सख्त कर दिया गया है। उसे जल्द दबोचने के लिए हमारी प्रक्रिया चल रही है। एससीबी मेडकिल में इलाज करा रहा हैदर चोरी छिपे मोबाइल फोन का प्रयोग कर रहा था। कटक के ही उसके किसी सहयोगी ने उसे फरार होने में मदद करने की बात सामने आ रही है।