संबलपुर में वकीलों की 72 घंटे आर्थिक नाकाबंदी शुरू
स्थायी खंडपीठ की मांग को लेकर पश्चिम ओडिशा में 48 घंटे के महाबंद के बाद अब वकील संघ की ओर से सात से नौ जनवरी तक आर्थिक नाकाबंदी शुरू की गई है।
संबलपुर, जेएनएन। पश्चिम ओडिशा में स्थायी खंडपीठ की मांग को लेकर 29 और 30 नवंबर के दिन पश्चिम ओडिशा में 48 घंटे के महाबंद के बाद अब वकील संघ की ओर से सात से नौ जनवरी तक आर्थिक नाकाबंदी शुरू हो गई है। संघ के इस आंदोलन से संबलपुर समेत अन्य जिले में मालवाही वाहनों के चक्के थम गए हैं और विभिन्न राजमार्गो में सैकड़ों वाहनों की लंबी कतार लग गई है। दूर-दराज के प्रदेशों से वाहन लेकर आए चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इधर, जिला वकील संघ का कामबंद आंदोलन सोमवार को 125 दिन और क्रमिक अनशन 50वें दिन पर पहुंच चुका है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम ओडिशा वकील संघ समूह केंद्रीय क्रियानुष्ठान कमेटी ने इस तीन दिवसीय आर्थिक नाकाबंदी की चेतावनी सरकार को पहले ही दे दी थी, लेकिन सरकार इस चेतावनी पर भी चुप रही और हाईकोर्ट की स्थायी खंडपीठ के मुद्दे पर केंद्र सरकार को पत्र भेजकर शांत हो गई। पिछले चार महीनों के लंबे आंदोलन पर राज्य और केंद्र सरकार के रवैये से नाराज वकीलों ने आर्थिक नाकाबंदी कर सरकार को झटका देने का निर्णय लिया है।
सोमवार की सुबह से ही वकील संघ के कार्यकर्ता अलग-अलग दल बनाकर अइंठापाली, बरेईपाली, रेमेंड़, दुर्गापाली, धनुपाली, सिूंदरपंक, मानेश्वर पहुंच गए और मालवाही वाहनों को आगे जाने से रोक दिया। ऐसे में मुंबई-कोलकाता राजमार्ग, संबलपुर-राउरकेला बीजू एक्सप्रेस वे, संबलपुर-कटक और संबलपुर-कोलकाता राजमार्ग, संबलपुर-राउरकेला बीजू एक्सप्रेस वे, संबलपुर -कटक और संबलपुर-सोनपुर राजमार्ग समेत पुराने रांची रोड पर भी वाहनों का चक्का जाम हो गया है। इधर, ट्रेड यूनियनों की ओर से आठ और नौ जनवरी को देश व्यापी हड़ताल का असर भी वाहन चालकों और खलासियों के साथ आमलोगों पर पड़ना निश्चित है।