संबलपुर में नकली पुलिस इंस्पेक्टर और साथी गिरफ्तार
पिछले कुछ महीनों से संबलपुर जिला के हीराकुद थाना क्षेत्र में खुद को पुलिस इंस्पेक्टर बताकर लोगों को डरा धमकाकर रुपये वसूल करने वाले एक नकली पुलिस इंस्पेक्टर प्रशांत मिर्धा और उसके साथी कंटे श्रीनिवास को गुरुवार के दिन हीराकुद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
संवाद सूत्र, संबलपुर : पिछले कुछ महीनों से संबलपुर जिला के हीराकुद थाना क्षेत्र में खुद को पुलिस इंस्पेक्टर बताकर लोगों को डरा धमकाकर रुपये वसूल करने वाले एक नकली पुलिस इंस्पेक्टर प्रशांत मिर्धा और उसके साथी कंटे श्रीनिवास को, गुरुवार के दिन हीराकुद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से तीन स्टार लगी पुलिस की एक वर्दी, दो बेल्ट, एक जोड़ी पुलिस का जूता, दो कीपैड मोबाइल फोन और एक स्मार्टफोन जब्त किया गया है। पूछताछ के बाद दोनों के खिलाफ भादंवि की धारा- 170, 171, 417, 419, 420, 506 और 34 समेत आईटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
बरगढ़ जिला के अताबिरा थाना अंतर्गत लहंडा-बड़माल गांव का प्रशांत मिर्धा खुद को पुलिस इंस्पेक्टर बताकर लोगों से जबरन वसूली करता था। उसके साथ संबलपुर जिला के सासन थाना अंतर्गत जोगीपाली गांव का कंटे श्रीनिवास वसूली के रुपये अपने यूपीआई एकाउंट में मंगवाता था और कमीशन काटकर बाकी के रुपये नकली इंस्पेक्टर प्रशांत को देता था। बताया गया है कि इनदोनों ने मिलकर हीराकुद थाना अंतर्गत क्रिश्चियनपाड़ा के सुब्रत छत्रिया से उधार के नाम पर पांच हजार रुपये वसूल किए थे। सुब्रत को जब उसका रुपया वापस नहीं मिला तब वह नकली इंस्पेक्टर प्रशांत के गांव पहुंच गया। बेटे प्रशांत की करतूत जानने के बाद उसके पिता ने सुब्रत को उसके पांच हजार रुपये लौटा दिए। इसके बाद सुब्रत नकली इंस्पेक्टर प्रशांत के खिलाफ 18 जनवरी की रात हीराकुद थाना में रिपोर्ट दर्ज करा दिया। हीराकुद इलाके में नकली पुलिस इंस्पेक्टर के बारे में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस सक्रिय हो गई और उसकी तलाश में जुट गई और 20 जनवरी के दिन नकली पुलिस इंस्पेक्टर प्रशांत मिर्धा और उसके साथी कंटे श्रीनिवास को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि खाकी वर्दी पहनकर प्रशांत ने दर्जनों लोगों को अपना शिकार बना चुका था।