हिदुओं के लिए बंगाल बना आतंक का पर्याय : बजरंग दल
सप्ताह भर पूर्व पश्चिम बंगाल के मुर्शीदाबाद में आरएसएस कार्यकर्ता प्रकाश पाल समेत उनकी पत्नी और मासूम पुत्र की निर्मम हत्या घटना को लेकर हिन्दू संगठनों में रोष देखा जा रहा है ।
संसू, संबलपुर : सप्ताह भर पूर्व पश्चिम बंगाल के मुर्शीदाबाद में आरएसएस के स्वयंसेवक प्रकाश पाल समेत उनकी पत्नी और मासूम पुत्र की निर्मम हत्या घटना को लेकर हिदू संगठनों में रोष व्याप्त है। इस तिहरे हत्याकांड को लेकर बजरंग दल अधिक मुखर होने के साथ पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को बर्खास्त कर वहा राष्ट्रपति शासन लागू किए जाने की मांग की है।
मंगलवार को देश के अन्य शहरों की तरह संबलपुर में भी मुर्शीदाबाद के तिहरे हत्याकांड को लेकर बजरंग दल द्वारा रैली निकाल जिला प्रशासन के मार्फत राष्ट्रपति के नाम मांगपत्र भेजा गया। इस मांगपत्र में हिदुओं के लिए पश्चिम बंगाल को आतंक का पर्याय बताते हुए राष्ट्रपति से उचित कार्रवाई की मांग की गई है।
बजरंग दल की ओर से बताया गया है कि पश्चिम बंगाल सरकार अपने राजनीतिक हित की खातिर बांग्लादेशी घुसपैठियों को संरक्षण दे रही है। जबकि हिदुओं पर अत्याचार किया जा रहा है। हिदू संगठनों के नेताओं की हत्या हो रही है। आरएसएस के स्वयंसेवक प्रकाश पाल और उनके परिवार की हत्या इसका ताजा उदाहरण है। पश्चिम बंगाल की सरकार जनता को सुरक्षा देने में विफल साबित हुई है। ऐसे में इस सरकार को तुरंत बर्खास्त कर वहां राष्ट्रपति शासन लगाने, पाल परिवार की हत्या मामले की सीबीआई जांच, हत्यारों को मृत्युदंड, असम की तरह बंगाल में भी एनआरसी लागू कर घुसपैठियों को देश से बाहर करने और राष्ट्रविरोधी ताकतों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की गई है। बजरंग दल के पश्चिम प्रांत संयोजक सुधीर रंजन बहिदार के नेतृत्व में निकाले गए जुलूस में जिला संयोजक तपन पटनायक, विश्व हिदू परिषद के प्रवक्ता प्रदीप बहिदार, सत्यनारायण पंडा, दीपक देबार, चंद्रकांत पाणिग्राही, संजय पटनायक, पिटू ओराम, शेखर स्वामी, आजाद हाती, प्रकाश बारिक, वरुण कुमार, कंचन लुहा, बॉबी स्वाईं, भाजपा के मुकेश जरीवाल, रंजीत रथ, अन्नपूर्णा बारिक, मोहन दास, प्रभासिनी दास, प्रभाती परिड़ा, डॉ. प्रभात देबता, देवाशीष पुरोहित प्रमुख शामिल थे।