संबलपुर में खंडपीठ की मांग ने पकड़ा जोर, वकीलों का आंदोलन तेज
lawyers agitation started in Odisha. संबलपुर में वकीलों ने बंद कराया केंद्र व राज्य सरकार का कार्यालय, सोमवार से 12 दिवसीय आंदोलन समेत 29 व 30 नवंबर को पश्चिम ओडिशा में महाबंद का निर्णय।
संबलपुर, जेएनएन। ढाई महीने पहले पश्चिम ओडिशा में हाईकोर्ट की स्थाई खंडपीठ स्थापित करने को लेकर शुरू हुआ वकीलों का आंदोलन सोमवार से और तेज हो गया। केंद्र व राज्य सरकार के रवैये को देखते हुए पश्चिम ओडिशा वकील संघ ने 12 दिन तक केंद्र व राज्य सरकार के कार्यालय का काम ठप करने का एलान किया है।
सोमवार को संबलपुर में बैंकों के अलावा अन्य सभी सरकारी कार्यालय बंद रहे। वकील संघ के साथ विभिन्न संगठन के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर आंदोलन में सहयोग किया। वकीलों ने न्यायिक अधिकारियों को भी वापस लौटा दिया। सेंट्रल क्रियान्वयन कमेटी ने सोमवार से 12 दिवसीय आंदोलन समेत 29 व 30 नवंबर को पश्चिम ओडिशा में महाबंद का निर्णय लिया है।
इससे पूर्व जिला वकील संघ कार्यालय के समक्ष रविवार को हुई बैठक में 180 संगठन के प्रतिनिधि शामिल हुए और पश्चिम ओडिशा में हाईकोर्ट की स्थायी खंडपीठ की मांग का समर्थन करते हुए हर संभव सहयोग का संकल्प लिया। संबलपुर नगारिक संघ के अध्यक्ष भागवत प्रसाद नंदा की अध्यक्षता में हुई बैठक में 29 और 30 नवंबर को महाबंद के दौरान बैंक, बीमा, रेल, स्कूल कॉलेज आदि बंद कराने पर सहमति बनी। सभा में क्रियान्वयन कमेटी के प्रदीप बहिदार, निरंजन त्रिपाठी, सुरेश्वर मिश्र, प्रवीण सिंहदेव, विजितेन्द्रीय प्रधान आदि लोग शामिल थे।
वकीलों का क्रमिक अनशन
वहीं वकील संघ ने सोमवार से क्रमिक अनशन शुरू किया। पहले दिन सेंट्रल एक्शन कमेटी के सदस्य सुरेश्वर मिश्र, निरंजन त्रिपाठी, प्रमोद दास, अनंत होता, अतनु घोष, चंद्र कुमार महाती, चंद्र पुरोहित एवं अन्य लोग बैठे। इसमें आंदोलन का समर्थन करने वाले संगठन के कार्यकर्ता भी शामिल होंगे। इसी क्रम में लाला लाजपतराय विधि महाविद्यालय के छात्रों ने बाइक रैली निकाली एवं नगर की परिक्रमा कर आंदोलनरत वकीलों के पास पहुंचे।