मोदी और नवीन के शासन में महिलाएं असुरक्षित : जार्ज
केंद्र में मोदी सरकार और राज्य में नवीन सरकार के शासनकाल में महिलाओं के खिलाफ हिसा बढ़ने के साथ दुष्कर्म व हत्या की घटना भी बढ़ी है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : केंद्र में मोदी सरकार और राज्य में नवीन सरकार के शासनकाल में महिलाओं के खिलाफ हिसा बढ़ने के साथ दुष्कर्म व हत्या की घटना भी बढ़ी है। अधिकांश हत्या व दुष्कर्म के मामले में शासक दल के समर्थक शामिल होने के कारण कानून का रास्ता बदल जा रहा है। फलस्वरूप पीड़िताओं को न्याय नहीं मिलने की बात महिला कांग्रेस की ओर कहे जाने के साथ नारियों को सुरक्षा देने के लिए सभी को अपने-अपने स्तर पर प्रयास किए जाने का आह्वान किया था। गुरुवार को अखिल भारतीय महिला कांग्रेस के आह्वान और राज्य महिला कांग्रेस के निर्देश पर राउरकेला जिला महिला कांग्रेस ने महिला और दलित विरोध दिवस मनाया।
पीसीसी सदस्य प्रभाती मिश्रा और जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्ष लता नायक के नेतृत्व में ट्रैफिक गेट चौराहे पर आयोजित इस कार्यक्रम में जिला कांग्रेस अध्यक्ष जॉर्ज तिर्की मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस मौके पर जार्ज ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए राज्य व केंद्र सरकार के उदासीनता पर तीखे प्रहार किए। कहा प्रधान मंत्री मोदी ने बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ का जहां नारा दिया है। जबकि बेटियां आज स्कूल और कॉलेज में सुरक्षित नहीं है। कांग्रेस नेता ने कहा कि नवीन सरकार ने भी मां को सम्मान देने और गांव के लिए काम करने की बात कहकर महिलाओं के वोटों का बार-बार इस्तेमाल किया। लेकिन महिलाएं वास्तव में उनके शासन में सबसे ज्यादा असुरक्षित है। राउरकेला सहित सुंदरगढ़ जिले में, यह विडंबना है कि शासकदल के स्थानीय नेताओं ने महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार और उत्पीड़न के मामलों में अपना मुंह नहीं खोला। जबकि महिला कांग्रेस की तरफ से महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न और हिंसा का हमेशा कड़ा विरोध किया गया। पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष बीरेन सेनापति, रघुनाथपल्ली के कांग्रेस नेता प्रशांत सेठी, इंटक के अध्यक्ष निहार दास, पीसीसी के सदस्य रामानंद श्रीचंदन और संतोष बिश्वाल, पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष साबिर हुसैन, वरिष्ठ नेता कीर्तन दास, भास्कर खिलार, ओबीसी अध्यक्ष कैलाश चंद्र साहू, युवा नेता ज्ञानेंद्र दास, शारदा प्रसन्न दास, शोभा सिंह, उषा देवी, भाग्यवती राउत और फिलिसिता बरुवा ने ओडिशा सहित भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं और दलितों के खिलाफ हिसा और उत्पीड़न में वृद्धि पर अफसोस जताते हुए सरकारों से उचित कदम उठाने की मांग की। कहा कि राउरकेला महिला कांग्रेस के नेताओं ने बंडमुंडा, बीरमित्रपुर और अन्य स्थानों में महिलाओं के खिलाफ हिसा की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं। अंत में राजश्री महापात्र ने धन्यवाद दिया। पंकजिनी सुना, निर्मला महापात्रा, अमृत कौर, तुलसी नाग, गीता साहू, लक्ष्मीप्रिया राउत, बनलता बेहरा, झुनु पटनायक, कल्याणी पूर्ति, ममता दत्त, शकुंतला साहू, सरस्वती दास, लक्ष्मीप्रिया राउत समेत सैकड़ों महिला कांग्रेस सदस्यों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया।