राष्ट्र को एक सूत्र में बांधे रखने में हिदी की भूमिका अहम : प्रो. विश्वास
एनआइटी राउरकेला में हिदी दिवस समारोह-2020 का आयोजन किया गया।
जासं, राउरकेला : एनआइटी राउरकेला में हिदी दिवस समारोह-2020 का आयोजन किया गया। संस्थान में 14 से 18 सितंबर तक चले इस समारोह में प्रतिदिन संध्या साढे़ पांच से साढ़े छह बजे तक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिये विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। पहले दिन हिदी दिवस के अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो. अनिमेष बिश्वास ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि राष्ट्र को एकता के सूत्र में बांधे रखने में हिदी भाषा की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। पहले दिन हिदी भाषा को लेकर चर्चा और कार्यालय में उसके कार्यान्वयन करने पर जोर दिए जाने के साथ कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें संस्थान के प्राध्यापक, कर्मचारी और छात्रों ने अपनी कविताएं सुनाईं। दूसरे दिन ऑनलाइन शिक्षा-एक चुनौती या अवसर पर वाद-विवाद एवं चर्चा की गई। एक पक्ष ने ऑनलाइन शिक्षा को भविष्य बता कर उसके अवसरों का उल्लेख किया। वहीं, दूसरे पक्ष ने कहा कि छात्र अगर घर पर बैठे रहे तो वे उचित सामाजीकरण से वंचित रह जाएंगे। तीसरे दिन, कहानी वाचन में कई छात्रों और कर्मचारियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और स्वरचित कहानियां कहीं। चौथे दिन, हिदी के भूत, वर्तमान और भविष्य पर चर्चा एवं प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम एवं समापन दिन 18 सितंबर को हास्य-व्यंग्य कवि सम्मेलन में उभरते गीतकार एवं कवि सुबोध वाजपेयी ने अतिथि कवि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
इन कार्यक्रमों को संस्थान के हिदी प्रकोष्ठ ने कलाम (छात्र साहित्यिक क्लब) के सहयोग से आयोजित किया। संस्थान के कुलसचिव प्रो. प्रदीप कुमार दास ने हिदी भाषा के अधिकाधिक प्रयोग एवं प्रसार पर बल दिया। उपकुलसचिव बामदेव आचार्य ने सभी का प्रोत्साहन करते हुए कहा कि कोविड महामारी के मद्देनजर इस बार कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित किए गए लेकिन सबका उत्साह हर साल की ही तरह था। कार्यक्रमों का संचालन रवि शंकर सिंह (सचिव, राजभाषा कार्यान्वयन समिति) ने किया जिसमें कलाम क्लब के छात्र सदस्यों ने भूमिका निभाई।