ओडिशा में वकीलों का कार्यबंद आंदोलन, जानें क्यों ठप है वकीलों का कामकाज
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ओडिशा में वकीलों के कार्यबंद आंदोलन से कामकाज ठप हो गया है। जिससे आम लाेगों की काफी असुविधा हो रही है।
राउरकेला, जेएनएन। राउरकेला में हाईकोर्ट की स्थायी बेंच की स्थापना समेत विभिन्न मांगों को लेकर राउरकेला बार एसोसिएशन की तीन दिवसीय कार्यबंद आंदोलन गुरुवार से शुरू हो गया। एसडीजेएम के तबादले की मांग पर कोर्ट का बहिष्कार करने वाले वकील तीन दिन से सरकारी काम काज कर रहे थे पर इस आंदोलन से यह काम भी फिर से ठप हो गया है।
राउरकेला में हाईकोर्ट बैंच की स्थापना, सीबीआइ कोर्ट, राउरकेला को राजस्व जिले का दर्जा देने, इंडस्ट्रीयल ट्रिब्यूनल की स्थापना समेत विभिन्न मांगों को लेकर वकीलों की ओर से आंदोलन लंबे समय से चलाया जा रहा है। इसके लिए हर महीने के अंतिम तीन दिन कोर्ट का कामकाज ठप रखा जाता है। इन मांगों को लेकर गुरुवार से शनिवार तक को कोर्ट काम बंद रहेगा गुरुवार को राउरकेला बार एसोसिएशन के सदस्यों ने कोर्ट के मुख्य फाटक के समक्ष धरना दिया। इसके अलावा उपजिलापाल, ट्रेजरी एवं तहसील कार्यालय का कामकाज भी ठप रखा गया। वकीलों के आंदोलन आम लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
बीरमित्रपुर बार एसो. ने किया समर्थन
पश्चिम ओडिशा में हाईकोर्ट बैंच समेत अन्य मांगों का समर्थन करते हुए बीरमित्रपुर बार एसोसिएशन की ओर से तहसील समेत अन्य कार्यालयों का काम काज ठप रखा गया। अध्यक्ष अमरनाथ झा की अगुवाई में वकीलों ने 29, 30 व 31 अगस्त को काम नहीं करने का निर्णय लिया है।
वकीलों के कामबंद आंदोलन से बीरमित्रपुर तहसील, रजिस्ट्री, राजस्व कार्यलय, ट्रेजरी समेत अन्य कार्यालय का काम बंद रहा। वकीलों ने पिर्केंटग कर सरकारी कार्यालयों का काम भी बंद कराया। एसोसिएशन की ओर से बीरमित्रपुर वासियों से आंदोलन में सहयोग का अनुरोध किया गया है।