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बढ़ते कोविड मामलों ने सुंदरगढ़ जिला प्रशासन की चिता बढ़ाई

हाल के दिनों में सुंदरगढ़ जिले में कोविड-19 घातक दर में अचानक वृद्धि हुई है लेकिन स्थानीय प्रशासन संभावित कारणों के बारे में अब तक स्पष्ट नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 07:11 PM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 07:11 PM (IST)
बढ़ते कोविड मामलों ने सुंदरगढ़ जिला प्रशासन की चिता बढ़ाई
बढ़ते कोविड मामलों ने सुंदरगढ़ जिला प्रशासन की चिता बढ़ाई

जागरण संवाददाता, राउरकेला : हाल के दिनों में सुंदरगढ़ जिले में कोविड-19 घातक दर में अचानक वृद्धि हुई है, लेकिन स्थानीय प्रशासन संभावित कारणों के बारे में अब तक स्पष्ट नहीं है। स्वास्थ्य अधिकारियों के एक वर्ग ने महसूस किया कि बढ़ती हुई मृत्यु दर के लिए सकारात्मक रोगियों के घर में अलगाव रहना इनमें से एक कारण हो सकता है। सूत्रों के अनुसार, नवंबर के 22 दिनों में, जिले में 56 मौत और कुल 1,932 कोविड-19 के सकारात्मक मामले सामने आए हैं। अक्टूबर में 3,438 संक्रमितों में से 37 की मौत हुई थीं और पिछले महीने सुंदरगढ़ में चार मौत और 3,096 सकारात्मक मामले दर्ज किए गए थे। 31 अगस्त तक, जिले में 36 कोविड-19 की मौतें और 4,419 सकारात्मक मामले दर्ज किए गए थे। संयोग से, हाल ही में नए संक्रमण की संख्या गिरना शुरू हो गई थी। ऐसे में अचानक प्रतिदिन चार से पांच रोगियों की मौत होने, जो कथित तौर पर कोरोना वायरस से पीड़ित थे।

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मरने वालों में अधिकांश बुजुर्ग या पुरानी बीमारी से थे ग्रसित : स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मृतक व्यक्तियों में से अधिकांश बुजुर्ग थे या वे जो पुरानी बीमारियों से ग्रसित थे। 30-50 वर्ष की आयु के कुछ रोगियों की मृत्यु भी हुई है। पहले कोरोना की मृत्यु दर इस लिए कम थी, क्योंकि संस्थागत संगरोध में सकारात्मक रोगियों को रखा जाता था और स्वास्थ्य की स्थिति बिगड़ने पर तुरंत अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया जाता था। लेकिन अब बड़ी संख्या में रोगियों को घर से संगरोध रहने की मंजूरी मिली है। अब उनकी स्वास्थ्य स्थिति पर नियमित रूप से नजर रखना संभव नहीं है। देखभाल के अभाव में घर में अलगाव रहने के दौरान रात के समय ऑक्सीजन के स्तर में गिरावट एक मरीज की स्थिति को तत्काल गंभीर बना सकती है। जब अगली सुबह ऐसे मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया जाता है, तो उसकी हालत पहले से ही गंभीर होती है।

दो अधिकृत निजी अस्पतालों में अतिरिक्त आइसीयू बेड की है व्यवस्था : स्वास्थ्य प्रशासन के सूत्र की माने तो दो अधिकृत निजी अस्पतालों में अतिरिक्त आइसीयू बेड की उपलब्धता रखी गई है। ताकि सभी बुजुर्ग रोगियों और पुराने रोग वाले व्यक्तियों को वेंटिलेटर की सुविधा सुनिश्चित की जा सके। इससे कोविड-19 के घातक दर को कम करने की उम्मीद की जा रही है।

केस का विवरण

-अक्टूबर में, 37 मौत और 3,438 लोग संक्रमित हुए

-सुंदरगढ़ में सितंबर में चार मौतें और 3,096 सकारात्मक मामले दर्ज किए गए

- 31 अगस्त तक, जिले में 36 कोविड -19 मौतें और 4,419 सकारात्मक मामले दर्ज किए गए

-चार से पांच रोगियों की कथित तौर पर हर रोज वायरस से पीड़ित होकर मरने की घटना से बढ़ी चिता

- मृतकों में अधिकांश बुजुर्ग थे या फिर पुरानी बीमारियों से पीड़ित


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