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अंधेरे में ओडिशा आदर्श विद्यालय के छात्रों का भविष्य

राज्य में चालू शैक्षणिक वर्ष से शुरू किए जाने वाले 36 नए सरकारी आदर्श विद्यालय का भविष्य खतरे में है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Aug 2020 12:03 AM (IST)Updated: Sat, 22 Aug 2020 12:03 AM (IST)
अंधेरे में ओडिशा आदर्श विद्यालय के छात्रों का भविष्य
अंधेरे में ओडिशा आदर्श विद्यालय के छात्रों का भविष्य

जागरण संवाददाता, राउरकेला : राज्य में चालू शैक्षणिक वर्ष से शुरू किए जाने वाले 36 नए सरकारी आदर्श विद्यालय का भविष्य खतरे में है। इसी तरह 30 मॉडल स्कूलों को उच्च माध्यमिक मॉडल स्कूलों में अपग्रेड करने की योजना पर भी संदेह जताया गया है। नए खुले मॉडल स्कूलों में नामांकन पूरा हो चुका है। लेकिन शिक्षण अभी तक शुरू नहीं हुआ है। क्योंकि शिक्षक और कर्मचारियों को इसके लिए अभी तक काम पर नहीं रखा गया है। केवल इतना ही नहीं इस साल इन स्कूलों में शिक्षा शुरू होने की संभावना नहीं है। इसलिए अभिभावक नामांकित छात्रों के नामांकन को रद करने के लिए मजबूर हो रहे हैं। निजी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की लोकप्रियता को देखते हुए, राज्य सरकार ने सीबीएसई ढांचे के तहत ओडिशा आदर्श विद्यालय (अंग्रेजी माध्यम स्कूल) खोले हैं। जवाहरलाल नेहरू स्कूल की तर्ज पर इन स्कूलों में मुफ्त शिक्षा और छात्रावास की व्यवस्था की गई है। सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के अंग्रेजी सीखने के सपने को पूरा करने तथा छिपी प्रतिभाओं को आगे लाने और बढ़ने में मदद करने के लिए आदर्श विद्यालय योजना शुरू की है।

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पहले से चल रहे है 218 आदर्श विद्यालय : राज्य के विभिन्न जिलों में पहले से ही 218 आदर्श विद्यालय हैं। पिछले साल, सरकार ने राज्य के विभिन्न जिलों के 36 ब्लॉकों में नए आदर्श विद्यालय खोलने की घोषणा की। इसके अलावा, 30 आदर्श स्कूलों को उच्च माध्यमिक शिक्षा में अपग्रेड किया गया है। सुंदरगढ़ जिले के हेमगिरी प्रखंड, अनुगुल के कनिहा प्रखंड, बरगढ़ के बीजापुर, अंबाभोना, भटली, वेडेन और सोहेला प्रखंड, बलांगीर के बेलपाड़ा और गुडवेला, भद्रक के बासुदेबपुर प्रखंड, कटक के सदर, आठगढ़ व बडंबा प्रखंड, ढेंकानाल में गंडिया, परजंग और ओडपाड़ा प्रखंड, जाजपुर का बड़चना और बिझारपुर प्रखंड, झारसुगुड़ा के सदर व लखनपुर प्रखंड, कंधमाल के जी उदयगिरी प्रखंड, क्योंझर के सदर महकमा प्रखंड, खोर्दा के बालिआंता, चिलिका व जटनी प्रखंड, नयागढ़ के भापुर, रणपुर व दशपल्ला प्रखंड, संबलपुर के जमनकिरा, कुचिडा, मानेश्वर, धनकउडा व नाकटिदेउली प्रखंड तथा सुवर्णपुर जिले के बिनिका प्रखंड में मॉडल स्कूल खोलने और छठी कक्षा में दाखिला लेने का आदेश दिया गया।

प्रवेश परीक्षा कर 80 विद्यार्थियों का कराया गया नामांकन : घोषणा के अनुसार, नए खुले आदर्श विद्यालय के लिए भवन बनाने की योजना थी। कई जिलों में इसका काम पूरा नहीं हुआ है। नए प्रधानाध्यापक की नियुक्ति की जगह, संबंधित जिलों के विभिन्न ब्लॉकों के आसपास के उच्च विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को आदर्श विद्यालय की जिम्मेदारी दी गई थी। भवन नहीं होने की स्थिति में अस्थाई कैंपस में इसे शुरू करने के लिए कहा गया था। तदनुसार, संबंधित विद्यालय के प्रभार में रहने वाले प्रधानाध्यापक संबंधित जिलों के जिलापाल के अनुमोदन के साथ वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए आदर्श विद्यालय में छठे वर्ग के दाखिले के लिए विज्ञापन प्रकाशित किया था। समय पर प्रवेश परीक्षा भी की गई। इसमें उत्तीर्ण करने वाले 80 बच्चों की नामांकन प्रक्रिया पूरी हो गई है। 36 नए मॉडल स्कूलों में से 24 विद्यालयों की नामांकन प्रक्रिया पूरी हो गई है। नामांकन के साथ छात्रों को पुस्तकें प्रदान कर घर पर ही पढ़ाई शुरू करने को कहा गया था।

पुराने स्कूल में बच्चों को दाखिला के लिए कहा जा रहा है : इस साल, आदर्श विद्यालय में पढ़ाई शुरू नहीं होने का हवाला देकर अब फिर से बच्चों को पुराने स्कूल में दाखिला लेने के लिए कहा जा रहा है। इससे अभिभावक बच्चों के भविष्य को लेकर डरे हुए हैं। क्योंकि नामांकन की प्रक्रिया लगभग सभी स्कूलों में पूरा हो चुकी है और ऑनलाइन पढ़ाई चार महीने से अधिक समय से चल रही हैं। ज्यादातर स्कूलों में, त्रैमासिक ऑनलाइन परीक्षा समाप्त हो गई है। मौजूदा 214 मॉडल स्कूलों में छठी कक्षा के लिए नए दाखिल बच्चों के लिए कोई समस्या नहीं है, जबकि 36 नए खुले स्कूलों के लिए भी यही समस्या मुंह बाएं खड़ी है। जिला शिक्षा अधिकारियों के पास भी इसका कोई संतोषजनक जवाब नहीं है।

सरकार ने नामांकन के लिए जारी किया विशेष निर्देश : उधर, विभाग ने नामांकन को लेकर सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को विशेष निर्देश जारी किया हैं। वर्तमान जिन लोगों ने नामांकन किया है। अगले शैक्षणिक वर्ष में सीधे ओडिशा आदर्श विद्यालय में सातवीं कक्षा में दाखिला ले सकते है। उनके लिए कोई प्रवेश परीक्षा नहीं होगी। अब छात्रों को उनके पूर्व स्कूल में छठी कक्षा में दाखिला दिया जाएगा। पूर्व विद्यालय उनके नामांकन पर रोक नहीं लगा सकते है। सरकार ने इसके लिए विशेष निर्देश जारी किया है।


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