हार्डकोर नक्सली मंगल सिंह मुंडा ने किया आत्मसमर्पण
संबलपुर -देवगढ़- सुंदरगढ़ डिवीजन के चार लाख रुपये के इनामी मंगल सिंह मुंडा ने पुलिस के समक्ष हथियार डाल दिया है ।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : संबलपुर -देवगढ़- सुंदरगढ़ डिवीजन के चार लाख रुपये के इनामी हार्डकोर नक्सली मंगल सिंह मुंडा उर्फ अलींदर ने शनिवार को राउरकेला पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। सुंदरगढ़ जिले के बणई अनुमंडल के गुरुंडिया थाना के केलो फॉरेस्ट रेंज में एक सप्ताह से डीवीएफ राउरकेला व संबलपुर द्वारा सघन कांबिग ऑपरेशन चलने के दौरान हार्डकोर ने समर्पण करने की इच्छा जाहिर की थी। झारखंड के रांची जिले के तमाड़ थाना क्षेत्र के बगोई गांव का मूल निवासी मंगल मुंडा का आठ साल की उम्र में कुंदन पाहन गुट के सदस्य किशोर ने अपहरण कर संगठन में शामिल किया था।
शनिवार की शाम राउरकेला एसपी के. शिवा सुब्रमणि ने बताया कि वर्ष 2007 में आठ साल की उम्र में उसे किडनैप कर संगठन में शामिल करने के बाद उसे कोल्हान, सारंडा भेजा गया। वहां पर उसे संदीप व प्रशांत की देखरेख में हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान उसने 2012 तक बुंडू, चांडिल, कोल्हान व सारंडा में काम किया। वर्ष 2013 में संबलपुर में अनमोल के साथ संबलपुर- देवगढ़-सुंदरगढ डिवीजन में काम करना शुरू किया। इस दौरान वह कई हिसक वारदातों में भी शामिल रहा। लेकिन संगठन में रहने हमेशा जान का भय समेत नक्सली नेता अनमोल के उत्पीड़न से तंग आकर उसने सरेंडर करने का मन बनाया और शनिवार को संबलपुर के एसपी कंवर विशाल सिंह की मौजूदगी में राउरकेला में आत्मसमर्पण कर दिया। एसपी ने बताया कि मंगल सिंह मुंडा पर ओडिशा सरकार ने चार लाख रुपये का इनाम भी रखा था। मंगल के खिलाफ केबलांग थाना, गुरुंडिया थाना, अनुगूल जिले के हंडपा थाना, पुरनाकोट थाना में भी कई मामले दर्ज हैं।