ग्रामीण विकास की तैयारी में जुटे एनआइटी राउरकेला के छात्र
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) राउरकेला के टेक्निकल सोसाइटी के अंतर्गत अमेरिकन इंस्टीटयूट ऑफ केमिकल इंजीनियर्स कल्ब ने सफलता पूर्वक नवधारा ग्रामीण विकास आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किया।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) राउरकेला के टेक्निकल सोसाइटी के अंतर्गत अमेरिकन इंस्टीटयूट ऑफ केमिकल इंजीनियर्स कल्ब ने सफलता पूर्वक नवधारा ग्रामीण विकास आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किया। ग्रामीणों तक वंचित सेवाओं का लाभ पहुंचाने पर नीति बनाने और विचार-विमर्श करने के लिए आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम में देशभर के युवाओं ने 3 से 18 जनवरी तक भाग लिया। अमेरिकन इंस्टीटयूट ऑफ केमिकल इंजीनियर्स क्लब, स्टूडेंट चैप्टर, एनआइटी राउरकेला के अध्यक्ष अभिषेक अग्रवाल की अगुवाई में राउरकेला में इस तरह का यह पहला कार्यक्रम था। एनआइटी के नवधारा कार्यक्रम का लक्ष्य विज्ञान से जुड़े छात्रों को एकत्रित कर उन्हें ग्रामीणों की •ामीनी समस्याओं से अवगत करना और इन समस्याओं के निवारण के लिए उन्हें प्रेरित करना है। ऑनलाइन कार्यक्रम में छात्रों को यह बताने की कोशिश की गई कि कैसे हम हमारी नौकरियों पर ज्यादा फोकस कर रहें हैं और ग्रामीण विकास की अनदेखी कर रहें हैं। इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म पर ब्लॉग, शॉर्ट वीडियो, मोनोलॉग्स, इनफोग्राफिक्स, पोस्टर, इंडस्ट्रियल डि•ाइन, इत्यादि बनाकर आम लोगों तक अपनी बात पहुंचाई और समाजिक उत्थान में ग्रामीण विकास के फायदे समझाए। नवधारा कार्यक्रम में देश-भर से जुड़े छात्रों ने अपने अपने नवविचार व्यक्त किए तथा समस्याओं को भी रखा एवं अपने सुझाव दिए। कार्यक्रम में भविष्य के इंजीनियरों को ग्रामीण विकास के तर्ज पर उद्यमिता को बढ़ावा देने की सलाह दी। कोयल प्रेश लिमिटेड (एग्रो स्टार्टअप) के संस्थापक आशुतोष नायक (एनआइटीआर के पूर्व छात्र) ने ग्रामीण उत्थान के तहत कार्य के लिए सुझाव दिए। बतौर गेस्ट लेक्चरर ग्रीन होप फाउंडेशन की फाउंडर केहकशान बासू ने भी युवाओं को प्रेरित किया। कल्ब के इस ऑनलाइन कार्यक्रम के सफल आयोजन और समापन के लिए संस्थान के प्रो. अधिदेश कुमावत और प्रो. सुवर्णा त्रिवेदी को उनके निरंतर योगदान के लिए धन्यवाद दिया।