बड़गांव ब्लाक के 32 गांवों में सोलर पेयजल योजना ठप
सरकार की ओर से हर गांव के लोगों को पेयजल सुलभ करने के लिए विभिन्न योजनाएं शुरू की गई हैं।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सरकार की ओर से हर गांव के लोगों को पेयजल सुलभ करने के लिए विभिन्न योजनाएं शुरू की गई हैं। योजनाओं के शुरू होने के बाद इनकी उचित देखरेख नहीं हो रही है। इस कारण अधिकतर योजनाएं बेकार साबित हो रही हैं। बड़गांव ब्लाक में शुरू की गई सोलर पेयजल योजना इसकी बानगी है। ब्लॉक के 32 गांवों में इस योजना के ठप होने से लोगों के समक्ष पेयजल संकट खड़ा हो गया है।
बड़गांव ब्लाक में राज्य सरकार एवं ओरेडा की ओर से कुल 57 गांवों में सोलर पेयजल परियोजना शुरू की गई थी। प्रत्येक योजना पर 4.75 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। इनमें से 32 गांवों के नलकूप व सोलर पंप निर्माण के छह महीने के अंदर ही खराब हो गए। इनकी मरम्मत के लिए ग्रामीण जलापूर्ति विभाग एवं ब्लाक कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जलापूर्ति विभाग की ओर से बताया जा रहा है कि ब्लाक कार्यालय की ओर से केवल 27 सोलर पेयजल योजना का काम किया गया था जबकि अन्य का काम ओरेडा ने किया था। ओरेडा के द्वारा निर्मित योजनाओं में समस्या आई है जिनकी मरम्मत नहीं हो रही है। बड़गांव ब्लाक के बंदडीपा, बजारदांड, सुनापाड़ा की परियोजना छह महीने से ठप पड़ी है। बड़गांव ब्लाक में बसुधा योजना में 14 लाख की लागत पर ओवर हेड पानी टंकी बनाकर घरों तक पेयजल पहुंचाने की योजना का काम भी ठीक तरह से नहीं हुआ है। ओवर हेड टंकी तक पानी नहीं पहुंचने के कारण आपूर्ति संभव नहीं हो पा रही है। अब गर्मी बढ़ने के साथ ही गांवों में पानी की समस्या भी बढ़ रही है।