पांच सौ बेड की जंबो चिकित्सा व्यवस्था स्थापित करने की तैयारी में आरएसपी
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान और केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के मार्गदर्शन में सेल राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) राज्य सरकार के सहयोग से कोविड रोगियों की चिकित्सा के लिए विनिर्माण केंद्र से सीधे गैसीय ऑक्सीजन (जीओएक्स) के प्रावधान के साथ चरणबद्ध तरीके से 500 बेड की एक जंबो चिकित्सा सुविधा स्थापित करने की प्रक्रिया में है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान और केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के मार्गदर्शन में सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) राज्य सरकार के सहयोग से कोविड रोगियों की चिकित्सा के लिए, विनिर्माण केंद्र से सीधे गैसीय ऑक्सीजन (जीओएक्स) के प्रावधान के साथ, चरणबद्ध तरीके से 500 बेड की एक जंबो चिकित्सा सुविधा स्थापित करने की प्रक्रिया में है। यह वर्तमान में आरएसपी के अस्पतालों यानी कि इस्पात जनरल अस्पताल और सुपर स्पेशलियटी अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं के अतिरिक्त होगा। नई सुविधा आरएसपी के फर्टिलाइजर प्लांट के पूर्ववर्ती प्रशासनिक भवन में होगी। इसके लिए जोरों से तैयारी चल रही है। इस महीने के अंत तक पहले चरण में परिचालन शुरू करने की परिकल्पना वाले जंबो सेंटर को इस्पात संयंत्र की ऑक्सीजन यूनिट से सीधे समर्पित गैस लाइन के माध्यम से ऑक्सीजन का सहयोग मिलेगा। यह सुविधा मध्यम लक्षणों वाले कोविड संक्रमित रोगियों को चिकित्सा प्रदान करने में सहायक होगी, जिन्हें अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता है। विशेषत: दो मंजिला भवन आरएसपी-लिडे ऑक्सीजन प्लांट के निकट एक कोने में स्थित है। यह सुविधा समर्पित कोविड चिकित्सा अस्पताल पर अतिरिक्त बोझ से राहत देने में मदद करेगी जो गंभीर कोविड रोगियों के इलाज पर अधिक ध्यान केंद्रित कर सकेगी। इसके बाद के चरण में जंबो सेंटर में आइसीयू. बेड की सुविधाओं को जोड़ने की भी योजना बनाई जा रही है।
उल्लेखनीय है कि आरएसपी ने जागरूकता, क्वारंटाइन, परीक्षण, सुराग संकेत अनुरेखण, चिकित्सा और नियंत्रण पर विशेष ध्यान देने के साथ महामारी के लिए एक एकीकृत स्वास्थ्य सेवा प्रतिक्रिया को अपनाया है।
क्षेत्र में कोविड मामलों में तेजी से बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए आरएसपी स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे के विस्तार पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। आइजीएच में स्थापित वायरोलॉजी प्रयोगशाला परीक्षण की क्षमता को दोगुना किया जा रहा, जिससे कुछ ही दिनों में प्रतिदिन 1000 से अधिक परीक्षण किए जाने की उम्मीद है। इसी तरह, आपातकालीन खरीद के माध्यम से, सुपर स्पेशलियटी अस्पताल में जल्द ही वेंटिलेटरों की संख्या कम से कम 100 तक बढ़ा दी जाएगी।