Move to Jagran APP

आरएमसी मार्केट यार्ड की योजना अधर में

ाउरकेला में नियंत्रित बाजार कमेटी आरएमसी के मार्केट यार्ड निर्माण के लिए बनी 9

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Oct 2019 11:03 PM (IST)Updated: Sat, 12 Oct 2019 11:03 PM (IST)
आरएमसी मार्केट यार्ड की योजना अधर में
आरएमसी मार्केट यार्ड की योजना अधर में

जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला में नियंत्रित बाजार कमेटी (आरएमसी) के मार्केट यार्ड निर्माण के लिए बनी 98.45 करोड़ रुपये की योजना अधर में लटकी पड़ी है। इसका काम शुरू नहीं होने, चेयरमैन द्वारा नियमित बैठक न करने तथा इसके लिए कोष लाने में दिलचस्पी नहीं दिखाने पर कमेटी के सदस्यों में रोष है। एक सप्ताह के अंदर बैठक कर इसके लिए पहल नहीं करने पर उपजिलापाल कार्यालय के समक्ष धरना देने की चेतावनी दी गयी है।

loksabha election banner

कमेटी के वाइस चेयरमैन सत्यनारायण प्रसाद, व‌र्क्स सब-कमेटी के चेयरमैन रमेश चंद्र बल, उपाध्यक्ष कंदर्प महंती ने मीडिया को बताया कि बालूघाट राउरकेला में आरएमसी मार्केट यार्ड के निर्माण के लिए 23 फरवरी 2014 को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आधारशिला रखी थी। मार्केट यार्ड में वाहन पार्किंग से लेकर गोदाम, कृषि उत्पाद व्यवसायियों के लिए दुकान, शौचालय, स्नानागार व मेडिकल समेत सभी तरह की मौलिक सुविधा उपलब्ध कराने की योजना बनी थी। इसके लिए पहले चरण में चारदीवारी निर्माण के लिए 2.25 करोड़ रुपये मिले। एक करोड़ की लागत पर इसका काम शुरू हुआ पर विस्थापितों की अड़चन का हवाला देकर इसे भी रोक दिया गया।

बीरमित्रपुर और कुआरमुंडा में आरएमसी की ओर से शीत भंडार का निर्माण किया गया पर यहां भी बिजली आपूर्ति नहीं होने के कारण चालू नहीं हो पाया। इससे किसानों को अपनी सब्जी सुरक्षित रखने की सुविधा नहीं मिल रही है। राउरकेलावासियों को बेमौसम सब्जी 50 से 60 रुपये किलो के दर पर खरीदना पड़ रहा है। इतना ही नहीं किसानों को उनकी फसल का उचित दाम नहीं मिल रहा है और बिचौलिया इसका लाभ उठा रहे हैं। आरएमसी की बैठक नियमत: दो महीने में एक बार होनी चाहिए पर छह महीने बीत जाने के बाद भी बैठक नहीं हुई और न ही कोई प्रस्ताव पारित किया गया। सप्ताह भर के अंदर बैठक बुलाकर समस्या का समाधान नहीं निकलाने पर कमेटी के निर्वाचित सदस्यों ने धरना देने की चेतावनी दी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.