राउरकेला सरकारी अस्पताल में संसाधनों की अनदेखी, मरीजा हो रहे परेशान
शहर स्थित एक सरकारी अस्पताल परिसर में कई व्हीलचेयर और स्ट्रेचर लंबे समय से खराब होकर पड़े रहने से जंग लग कर सड़ने लगे हैं।
जागरण संवाददाता, राउरकेला: शहर स्थित एक सरकारी अस्पताल परिसर में कई व्हीलचेयर और स्ट्रेचर लंबे समय से खराब होकर पड़े रहने से जंग लग कर सड़ने लगे हैं। यह दृश्य राउरकेला सरकारी अस्पताल का है। इसके कारण यहां आने वाले मरीजों के लिए व्हीलचेयर और स्ट्रेचर उपलब्ध होने के बावजूद उनके काम के नहीं हैं। सरकारी अस्पताल में वर्तमान कुल आठ व्हीलचेयर और स्ट्रेचर हैं। जबकि अन्य व्हीलचेयर और स्ट्रेचर मरीजों के काम ना कर लंबे समय से सरकारी अस्पताल में बेकार पड़े-पड़े जंग खा रहे हैं। जबकि राउरकेला सरकारी अस्पताल में केवल सुंदरगढ़ जिले से ही नहीं बल्कि झारखंड से भी रोजाना मरीजों की भीड़ लगी रहती है। कई व्हीलचेयर और स्ट्रेचर, जो लंबे समय से सरकारी अस्पतालों में खराब स्थिति में पड़े हुए है, अगर उनकी मरम्मत की गई होती, तो यह मरीजों के काम आ सकती थी।
दूसरी ओर, राज्य सरकार सरकारी अस्पतालों में मरीजों की देखभाल की गुणवत्ता में सुधार के लिए 5 टी कार्यक्रम पर काम कर रही है। लेकिन इससे मरीजों को क्या फायदा मिल रहा है, यह जांच का विषय है। लंबे समय से सड़ रहीं व्हीलचेयर और स्ट्रेचर से राउरकेला सरकारी अस्पताल की अव्यवस्था और अराजकता की स्थिति को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। इसके बावजूद शासन-प्रशासन इस ओर उदासीन बना हुआ है। इस कारण दूर-दराज से आए मरीजों को रोजाना अस्पताल में अपने मरीज के लिए परेशान होना पड़ता है। कई बार तो उत्तेजना का माहौल उत्पन्न हो जाता है तथा मरीज के साथ आए लोग हो-हंगामा करते हैं। अस्पताल प्रबंधन उनकी समस्या का निराकरण करने के बजाय संसाधनों का अभाव बता कर अपना पल्ला झाड़ लेता है। अब यह देखा जाना बाकी है की कब राज्य सरकार और सरकारी अस्पताल प्रबंधन इस पेट उचित कार्रवाई करेंगे।