Move to Jagran APP

श्रम कानून में परिवर्तन पर संयुक्त ट्रेड यूनियन का प्रदर्शन

केंद्र व राज्य सरकार की ओर से काम की अवधि 8 घंटे की जगह 12 घंटे कराने के निर्देश समेत विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार को संयुक्त ट्रेड यूनियन की ओर से आंबेडकर चौक उदितनगर समेत जिले के विभिन्न क्षेत्रों में प्रदर्शन करने के साथ धरना दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 May 2020 11:36 PM (IST)Updated: Fri, 22 May 2020 11:36 PM (IST)
श्रम कानून में परिवर्तन पर संयुक्त ट्रेड यूनियन का प्रदर्शन
श्रम कानून में परिवर्तन पर संयुक्त ट्रेड यूनियन का प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, राउरकेला : केंद्र व राज्य सरकार की ओर से काम की अवधि 8 घंटे की जगह 12 घंटे कराने के निर्देश समेत विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार को संयुक्त ट्रेड यूनियन की ओर से आंबेडकर चौक उदितनगर समेत जिले के विभिन्न क्षेत्रों में प्रदर्शन करने के साथ धरना दिया गया। इसमें शामिल नेताओं ने सरकार की नीति की आलोचना करने के साथ फैसले को शीघ्र वापस लेने की मांग की गई।

loksabha election banner

कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन के कारण विभिन्न राज्यों में श्रमिक फंसे हुए हैं एवं उनकी सुरक्षित वापसी नहीं हो पा रही है। देश भर में 12 करोड़ 20 लाख से अधिक श्रमिक बेरोजगार हो गए हैं। विभिन्न राज्यों में काम करने वाले केवल ओडिशा के ही 45 लाख से अधिक श्रमिकों का रोजगार छिन गया है एवं मजबूर होकर वे घर लौट रहे हैं। सरकार की ओर से सभी लोगों तक भोजन पहुंचाने का दावा खोखला साबित हो रहा है। श्रमिक व उनके परिवार के लोग भूखे प्यासे हैं एवं अपनी जगह छोड़ कर सड़क पर निकलना उनकी मजबूरी हो गई है। ऐसे हालात में सरकार की ओर से काम करने की अवधि 8 घंटे की जगह 12 घंटे करने का निर्देश जारी किया गया है जो अलोकतांत्रिक है। सीटू, इंटक, एटक, सियर, गांगपुर मजदूर मंच समेत अन्य संगठनों के नेताओं ने आंदोलन का समर्थन किया। श्रमिक संगठनों ने काम के घंटे बढ़ाने के निर्देश को वापस लेने, सभी श्रमिकों को मुफ्त में दस किलो चावल व गेहूं देने, प्रत्येक के बैंक खाते में तीन महीने तक 7,500 रुपये भेजने, लॉकडाउन की अवधि का पूरा वेतन प्रदान करने, निर्माण श्रमिकों को तीन महीने तक मासिक 7,500 रुपये प्रदान करने की मांग की गई है। इसी तरह राउरकेला, रक्सी, बणई, कलुंगा, कुआरमुंडा, सुंदरगढ़ आदि स्थानों में प्रदर्शन किया गया। आंदोलन मे जार्ज तिर्की, प्रशांत बेहरा, शशधर नायक, प्रदोष महंती, अजीत नायक, विमान माइती, जहांगीर अली, बसंत नायक, सदानंद साहू, राजकिशेार प्रधान, श्रीमंत बेहरा, सुभाष दंडपाट, निहार दास, सुरेन्द्र दास, डीएन आचार्य, प्रभात महंती, विश्वजीत माझी आदि लोग शामिल थे।

इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन ऑफ कांग्रेस ने सौंपा ज्ञापन

शुक्रवार को पूरे देश में सेंट्रल ट्रेड यूनियन के आह्वान पर मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ श्रमिकों ने आवाज उठाई। इसी क्रम में सुंदरगढ़ इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन ऑफ कांग्रेस के अध्यक्ष इकबाल अहमद मल्लिक, राजगांगपुर के विधायक डॉक्टर सीएस राजन एक्का, सुंदरगढ़ जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष वेणुधर त्रिपाठी, सुंदरगढ़ जिला ओबीसी सेल के अध्यक्ष अरुण सामल, कांसबहाल श्रमिक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष आनंद कुमार लकड़ा, सह सचिव प्रकाश कुमार एवं धनुर्धर साहू ने जिलापाल निखिल पवन कल्याण के मार्फत मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा है। इसमें मजदूर विरोधी कानून कार्यअवधि 8 घंटे से बढ़ाकर 12 घंटा करने को रद करने की मांग की गई है। इसे गैर संवैधानिक कानून बताते हुए लागू ना किया जाए, अन्यथा मजदूरों को भविष्य में बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। इससे देश में एक अच्छा संदेश नहीं जाएगा और इससे मजदूर विरोधी सरकार के रूप में एक छवि जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.