राउरकेला वन मंडल में कागज पर पौधारोपण
जागरण संवाददाता राउरकेला राउरकेला वन मंडल में पौधरोपण में भारी अनियमितता बरती गई
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला वन मंडल में पौधरोपण में भारी अनियमितता बरती गई है। हर साल पौधरोपण के नाम पर लाखों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इसके लिए महात्मा गांधी निश्चित ग्राम्य रोजगार योजना तथा राज्य सरकार के कांपा कोष से करोड़ों की स्वीकृति कराई जा रही है। हर साल एक ही जगह पर पौधरोपण दर्शाकर राशि की हेराफेरी हो रही है। जहां पौधरोपण दर्शाया जा रहा है वहां अब तक पौधरोपण हुआ ही नहीं। इतना ही नहीं हर साल 96-98 फीसद पौधे जीवित होना दर्शाया जा रहा है। भाजपा नेता व पूर्व नगरपाल निहार राय ने इसकी उच्च स्तरीय जांच कर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
राउरकेला वन मंडल में 2018-19 आर्थिक वर्ष में छह रेंज क्षेत्र में पौधरोपण पर 5.85 करोड़ रुपए खर्च किए गए। यह राशि 3,335 हेक्टर जमीन में 51,08,825 पौधे लगाया गया है। इसमें 98 फीसद पौधों का जीवित होना दर्शाया गया है, जबकि जमीनी हकीकत कुछ अलग बयां कर रही है। वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2018-19 में राजगांगपुर रेंज के कादोपानी में पांच हेक्टर जमीन पर पौधा लगाया गया है पर किस जमीन पर पौधे लगाए गए यह स्पष्ट नहीं है। बीरमित्रपुर रेंज के करडेगा, बिरिगहूड़ी, कुआरमुंडा रेंज के मदलिया आरक्षित जंगल, बलांडा में 10-10 हेक्टर विभिन्न किस्म के जमीन पर पौधारोपण किया गया पर किस स्थान पर कितने पौधे लगे हैं इसका हिसाब नहीं रखा गया है। बिसरा के जमाल में पांच हेक्टर, खुटगांव में 10 हेक्टर, राजगांगपुर के रमाबहाल तथा खरामुता में 20 हेक्टर जमीन पर पौधारोपण किया गया है। पानपोष रेंज के कटिन घाटी चौक से डलाकुदर तक सड़क के किनारे पौधरोपण किया गया। एक साल बाद कहीं कहीं जीवित पौधे दिखाई दे रहे हैं। बीरमित्रपुर के अंधारी आरक्षित जंगल में 75 हेक्टर जमीन पर 1.02 लाख, बिसरा रेंज के दक्षिण चिरुबेड़ा आरक्षित जंगल में 100 हेक्टर जमीन में 3.03 लाख पौधे लगाए जाने का आंकड़ा वन विभाग की ओर से दिया गया है। इसमे कांपा कोष से 3.69,685 रुपये खर्च किए गए। राजगांगपुर के जरेइकेला से चांदीपोष, बहिआम, गेटूपानी, डुडी, चरियामुंडा, रंगीला तक सड़क के किनारे 75 से 125 तक पौधे लगाए गए। इसमें मनरेगा कोष से 1.11,28,439 रुपये खर्च किए गए। सभी स्थानों पर 96 से 9 8 फीसद तक पौधे जीवित बताया जा रहा है। भाजपा की ओर सवाल उठाया गया है कि हर साल पौधरोपण किया जा रहा है एवं इसके लिए राशि की स्वीकृति व निकासी हो रही है तो फिर जमीन कहां से आ रही है। इसकी उच्च स्तरीय जांच होने पर ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी व घोटाला सामाने आ सकेगा। चित्र संख्या-01