राम मंदिर निर्माण में भागीदारी से प्रशस्त होगा मुक्ति का मार्ग
मानव जीवन में राम का नाम ही सबसे बड़ी संपत्ति है और यह मोक्ष का सबसे अच्छा तरीका है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : मानव जीवन में राम का नाम ही सबसे बड़ी संपत्ति है और यह मोक्ष का सबसे अच्छा तरीका है। 500 वर्षों के संघर्ष के बाद हमें भगवान श्रीराम के जन्मस्थान पर भव्य मंदिर बनाने का अवसर मिला है। इसमें हमें समर्पण भाव से भागीदार बनना चाहिए। यही हम सभी को मुक्ति के मार्ग पर ले जाएगा। विश्व हिदू परिषद के वरिष्ठ पदाधिकारी शांतनु कुसुम ने मंगलवार को कोइड़ा ब्लॉक के गोपना पंचायत के हाथीकुचा गांव के जगन्नाथ मंदिर के परिसर में आयोजित बैठक में ये बात कही।
हाथीकुचा गांव में बैठक की शुरुआत भगवान श्रीराम की पूजा आरती के साथ हुई। इस अवसर पर भक्तों ने श्रीराम के नाम का जाप किया फिर एक धार्मिक सभा हुई जिसमें विश्व हिदू परिषद के प्रांतीय समरसता प्रमुख चूड़ामणि महंत, हृदय कुमार महंत, दीनबंधु महंत मुख्य वक्ता थे। इस मौके पर 1990 में अयोध्या गए सुरेंद्र महंत, सुदर्शन महंत, धरणीधर महंत को सम्मानित किया गया। सुरेंद्र महंत की अध्यक्षता में हुई बैठक में राकेश यादव, हेमंत ओरम, लोकनाथ महंत, हेमेंद्र महंत, गुणनिधि महंत, मनोज दास, सिद्धांत किसान, हिमांशु महंत, धनेश्वरी महंत, पंकजिनी महंत, द्रौपदी किसान, सुशीला महंत, रावत महंत, लव महंत, भंजनी महंत समेत ग्रामीणों ने अहम भूमिका निभाई। डीएमएफ से कोइड़ा को मिले दो ट्रैक्टर व आठ आटो : सुंदरगढ़ जिले के लौह अयस्क खान क्षेत्र कोइड़ा में जिला खनिज कोष से पहली बार चार चौक में हाइमास्ट लाइट, सफाई के लिए आठ आटो एवं दो ट्रैक्टर उपलब्ध कराए गए हैं। सोमवार को इसका लोकार्पण बीडीओ पल्लवी रानी राज की मौजूदगी में किया गया। इस मौके पर वेस्को के अभियंता रंजन पुहान, कोइ़ड़ा पंचायत कार्यपालक अधिकारी शंभू मुर्मू, सुकांत दास, कसीरा सरपंच दिवाकर नायक प्रमुख ने वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।