राउरकेला में हाथियों के झुंड के चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत
राउरकेला के लाठीकटा ब्लॉक के विभिन्न हिस्सों में हाथियों का उपद्रव बढ़ने लगा है यहां 18 हाथियों के झुंड की चपेट में आने से 45 वर्षीय तिलक सिंह भूमिज की मौत हो गयी। पुलिस मामला दर्ज कर घटना की जांच में जुटी है।
राउरकेला, जागरण संवाददाता। राउरकेला के लाठीकटा प्रखंड के सोनापर्वत अंचल से वन विभाग द्वारा खदेड़े गए 18 हाथियों के झुंड ने भागने के क्रम में स्वीडीह अंचल में सामने आ गए तिलक सिंह भूमिज (45) को कुचल कर मार डाला। इस संबंध में लाठीकटा पुलिस एक मामला दर्ज कर घटना की जांच कर रही है।
सूचना के मुताबिक लाठीकटा ब्लॉक के विभिन्न हिस्सों में हाथियों का उपद्रव बढ़ने लगा है। इसी क्रम में 18 हाथियों का एक झुंड लाठीकटा प्रखंड के सोनापर्वत, कनरसुआं, स्वीडीह, ठेपाटोली के आसपास जमा हुआ था। जो की इन क्षेत्रों में लोगों के लिए आतंक बन गया था। इस झुंड में 8 मादा, पांच दंतैल हाथी तथा पांच शावक है। सोनापर्वत अंचल में विचरण कर रहे इन हाथियों को वन विभाग ने खदेड़ा था।
जिसके कारण हाथियों ने स्वीडीह अंचल की ओर रुख कर लिया था। उन्हें एनएच-143 के किनारे देखा गया था। इसी क्रम में स्वीडीह ब्रिज से कुछ दूर में स्थित रजाबासा गांव के खुटुटोली निवासी तिलक सिंह भूमिज मंगलवार की रात साढ़े 9 बजे इन हाथियों के सामने पड़ गया। झुंड के एक दंतैल हाथी ने उस पर हमला कर दिया। जिसके कारण वह बुरी तरह से घायल होकर तड़पने लगा । वन विभाग के कर्मचारियों की सहायता से उसे तुरंत इलाज के लिए राउरकेला सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
गौरतलब है कि बीते दिनों ओडिशा के खुर्दा जिले में हाथियों का आतंक देखा गया था। यहां दो नर हाथियों ने मिलकर मेडिकल परिसर की चारदीवारी को क्षतिग्रस्त कर दिया था तो वहीं पलाचौक में 28 हाथियों के झुंड ने जमकर आतंक मचाया था। हाथियों के झुंड ने पहले खुर्दा जिले के बेगुनिया ब्लाक गोड़ा एवं काइपदर इलाके में फसलों को बर्बाद किया उसके बाद जनबस्ती इलाके की तरफ ग्रामीणों की ओर बढ़ गये जिससे भय का माहौल पैदा हो गया। ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ दिया।