शहरों की अपेक्षा गांवों में अधिक कोरोना संक्रमण
सुंदरगढ़ जिले में कोरोना का प्रथम लहर शहरों तक ही सीमित था पर दूसरी लहर में गांवों में अधिक लोग संक्रमित हुए हैं।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले में कोरोना का प्रथम लहर शहरों तक ही सीमित था पर दूसरी लहर में गांवों में अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। मई महीने में गांवों में 13170 तथा शहरी क्षेत्र में 11763 लोग संक्रमित हुए। इससे सुंदरगढ़ जिला राज्य में दूसरा सबसे अधिक संक्रमित मरीजों वाला जिला बन गया। प्रशासन की कड़ाई के साथ लॉकडाउन व शटडाउन के चलते संक्रमण दर में कमी आने से अब कुछ राहत मिली है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार मई महीने में बालीशंकरा ब्लाक में 807, बड़गांव ब्लाक में 486, बिसरा में 1178, बण्ई में 373, गुरुंडिया ब्लाक में 450, हेमगिर में 933, कुआरमुंडा में 823, कोइड़ा में 205, कुतरा में 504, लहुणीपाड़ा में 1056, लाठीकटा में 428, लेफ्रीपाड़ा में 1382, नुआगांव में 543, सुंदरगढ़ सदर ब्लाक में 828, सबडेगा में 998, राजगांगपुर में 718, टांगरपाली में 1185 कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई। सुंदरगढ़ शहरांचल में 2568, राउरकेला में 9195 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। मरीजों का होम आइसोलेशन व अस्पताल में इलाज कराया गया एवं अधिकतर स्वस्थ हो चुके हैं। सुंदरगढ़ जिले में एक जून को 477 मरीज, दो को 338 मरीज, तीन को 270, चार को 267, पांच को 243 एवं 6 जून को 272 नए कोरोना मरीजों की पहचान हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण छत्तीसगढ़ सीमावर्ती जिला बालीशंकरा, हेमगिर व लेफ्रीपाड़ा ब्लाक से शुरू हुआ था। सितंबर 2020 में संक्रमण कम होने के बाद इन क्षेत्रों में लोगों के आने जाने पर पाबंदी पूरी तरह से हटा ली गई थी। मार्च 2021 में नागपुर से आई बैंड पार्टी से बालीशंकरा ब्लाक के वनडेगा व लुलकीडीह में संक्रमण फैला था एवं ग्रामीण क्षेत्र में कंटेनमेंट जोन बनाना शुरू किया गया था। शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में तेजी से संक्रमण बढ़ने के कारण सरकार की ओर से लॉकडाउन व शटडाउन की घोषणा की गई जिससे संक्रमण दर में काफी कमी आई है।