सुंदरगढ़ में मेडिकल कॉलेज बनाने प्रस्ताव नहीं भेज रही राज्य सरकार
सुंदरगढ़ जिले में सरकारी मेडिकल कालेज बनाने की घोषणा एवं शिलान्यास का दौर चलने के बाद भी जिले में अब तक एक अदद मेडिकल कालेज नहीं बन पाया है। इस जिले में मेडिकल कालेज व अस्पताल बनाने की घोषणा राज्य सरकार कई बार कर चुकी है। लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात ही रहता है। यहां पर मेडिकल कालेज बनाने के मामले में राज्य सरकार का रवैया अब तक उदासीन ही रहता है। यहां तक केंद्र की मदद से जिला व रेफरल अस्पताल में मेडिकल कालेज के प्रस्ताव पर भी राज्य सरकार का रवैया उदासीन है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला: सुंदरगढ़ जिले में सरकारी मेडिकल कॉलेज बनाने की घोषणा एवं शिलान्यास का दौर चलने के बाद भी जिले में अब तक एक अदद मेडिकल कॉलेज नहीं बन पाया है। जबकि इस जिले में मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बनाने की घोषणा राज्य सरकार कई बार कर चुकी है। लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात ही रहता है। यहां पर मेडिकल कॉलेज बनाने के मामले में राज्य सरकार का रवैया अब तक उदासीन ही रहता है। यहां तक केंद्र की मदद से जिला व रेफरल अस्पताल में मेडिकल कॉलेज के प्रस्ताव पर भी राज्य सरकार का रवैया उदासीन है। इस बाबत पीएमओ कार्यालय से सुंदरगढ़ जिले में मेडिकल कॉलेज बनाने के प्रस्ताव को लेकर भेजा गया जवाब भी इसकी तस्दीक करता है।
उल्लेखनीय है कि राउरकेला स्टील प्लांट अधिकारी संघ के अध्यक्ष सह स्टील एक्जीक्यूटिव फेडरेशन ऑफ इंडिया, सेफी के महासचिव विमल कुमार बिसी ने प्रधानमंत्री कार्यालय, पीेएमओ को खत लिखकर ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में नया मेडिकल कॉलेज बनाने को लेकर उनका ध्यानाकर्षण कराया था। जिसमें पीेएमओ कार्यालय में इसे गंभीरता से लेने के बाद इस जवाब भी भेजा गया है। जिसमें बताया गया है कि केंद्र सरकार की ओर से सभी जिला अस्पताल तथा रेफरल अस्पताल में मेडिकल कॉलेज बनाने की योजना पर मुहर लगा दी गई है। लेकिन देश भर में इस तरह के 75 मेडिकल कॉलेज बनेंगे। इसके लिए सभी राज्य व केंद्रशासित अंचलों से इस योजना को लेकर विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट, डीपीआर इस योजना की निर्देशावली के अनुसार बनाकर देने को कहा गया है। जिसमें स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मेरिट के अनुसार यह मेडिकल कॉलेज बनाने का निर्णय लिया जाएगा। लेकिन अभी तक ओडिशा सरकार की ओर से इस तरह का कोई प्रस्ताव स्वास्थ्य मंत्रालय को नहीं भेजा गया है।