Move to Jagran APP

आंगनबाड़ी केंद्रों की मरम्मत के बहाने कोष की लूट

ओडिशा मिनिरल वियरिग एरियाज डेवलपमेंट कार्पोरेशन (ओएमबीएडीसी) कोष से आंगनबाड़ी गृह की मरम्मत के नाम पर लूट मची है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Jun 2021 09:15 AM (IST)Updated: Tue, 22 Jun 2021 09:15 AM (IST)
आंगनबाड़ी केंद्रों की मरम्मत के बहाने कोष की लूट
आंगनबाड़ी केंद्रों की मरम्मत के बहाने कोष की लूट

जागरण संवाददाता, राउरकेला : ओडिशा मिनिरल वियरिग एरियाज डेवलपमेंट कार्पोरेशन (ओएमबीएडीसी) कोष से आंगनबाड़ी गृह की मरम्मत के नाम पर लूट मची है। जिला ग्रामीण विकास संस्था की निगरानी में आंगनबाड़ी केंद्रों में मामूली मरम्मत, पुटी, रंग, पानी टंकी, टाइल्स लगाने के लिए लाखों का बिल बनाया जा रहा है। इस काम के लिए तीन ठेकेदारों को 3 हजार 809 आंगनबाड़ी केंद्रों में से डेढ़ हजार से अधिक केंद्रों का ठेका दिया गया है। इनके द्वारा पेटी पर काम कराया जा रहा है।

loksabha election banner

नुआगांव ब्लाक के उर्मेइ पंचायत के बिसरीवली, सोरडा, पहाड़टोली, चितापीड़ी समेत अन्य पंचायत में एक-एक आंगनबाड़ी केंद्र के लिए दो से तीन लाख रुपये तक का खर्च दिखाया जा रहा है। जिले में 3 हजार 809 आंगनबाड़ी केंद्रों में 3 हजार 10 मुख्य, 799 मिनी आंगनबाड़ी हैं। इनमें तीन से छह साल के 86 बच्चों को पोषण व शिक्षा दी जा रही है। इनमें राउरकेला में 390 में से शहरांचल में 160 व शिल्पांचल में 115 हैं। नुआगांव ब्लाक में 228 आंगनबाड़ी केंद्र हैं इनमें से 145 का अपना भवन है जबकि अन्य भाड़े के मकान में चल रहे हैं। जिले भर में 3 हजार 809 आंगनबाड़ी केंद्रों में से डेढ़ हजार से अधिक की मरम्मत का काम चल रहा है। ठेकेदार व सरकारी अधिकारियों की सांठगांठ से राशि की हेराफेरी की जा रही रही है। जहां काम करने की जरूरत नहीं है वहां भी काम होना दिखाकर बिल बनाया जा रहा है। इससे पहले जिले में 576 आंगनबाड़ी गृह का निर्माण किया गया था जिसमें जिला खनिज कोष से प्रत्येक के लिए 15-15 लाख रुपये समेत कुल 68 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई थी। इसमें कुछ का काम पूरा हुआ तो कुछ अधूरे हैं। इसकी जानकारी विभाग के पास नहीं है। ओएमबीएडीसी कोष से आंगनबाड़ी केंद्रों की मरम्मत का काम जरूरत के हिसाब से चल रहा है। इसके लिए राशि विभिन्न चरणों में स्वीकृत की गई है। मरम्मत कार्य की जांच होगी तथा ठीक तरह से काम होने के बाद ही बिल का भुगतान होगा। यदि घटिया स्तर का काम होगा तो संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

- भैरव सिंह पटेल, पीए डीआरडीए, सुंदरगढ़।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.