कोविड-19 को नियंत्रित करने के लिए अपने दृष्टिकोण को सक्रिय बनाएं : सीईओ
आइये कोविड-19 को नियंत्रित करने के लिए अपने दृष्टिकोण को सक्रिय बनाएं।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : आइये कोविड-19 को नियंत्रित करने के लिए अपने दृष्टिकोण को सक्रिय बनाएं। कोविड परिस्थिति के साथ ही लोगों और संयंत्र को सुरक्षित रखने की दिशा में आरएसपी द्वारा लिए गए पदक्षेप का जायजा लेने के लिए आयोजित ऑनलाइन समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी, दीपक चटटराज ने यह बात कही। कार्यपालक निदेशक (अस्पताल प्रशासन) राजवीर सिंह, कार्यपालक निदेशक (संकार्य) पंकज कुमार, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (सामग्री प्रबंधन एवं विपणन) सीआर महापात्र, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (कार्मिक एवं प्रशासन) पीके सत्पथी, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (वित्त एवं लेखा) प्रवीन निगम, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा) बीके होता सहित अन्य मुख्य महाप्रबंधकगण तथा विभागाध्यक्ष इस बैठक में शामिल थे।
देश के कई हिस्सों में महामारी के कहर के साथ मौजूदा स्थिति की गंभीरता पर सभी को सतर्क करते हुए, सीईओ चट्टराज ने कहा, हमें बेहद सावधानी के साथ रहते हुए सभी प्रकार के एहतियाती उपायों को बरतने की जरूरत है ताकि स्थिति को बेकाबू होने से बचाया जा सके। हमें सरकारी संस्थाओं से पर्याप्त सहयोग मिल रहा है। हमारे कर्मचारियों और उनके परिवारजनों को घबराने की जरूरत नहीं है। आइये अपने संचार माध्यमों के हर स्तर में मजबूती प्रदान करें जिससे इस संकटपूर्ण स्थिति से पार लगाया जा सकें। सीईओ ने डॉक्टरों की सलाह का लाभ उठाने के लिए टेली परामर्श प्रणाली को और सुदृढ़ बनाने पर जोर दिया। उन्होंने परीक्षण सुविधाओं की समीक्षा की और परीक्षण में तेजी लाने के साथ-साथ पर्याप्त मात्रा में परीक्षण सुविधा को उपलब्ध कराने पर जोर दिया।
सीईओ चट्टराज ने विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्षों के साथ भी बातचीत की और उनकी प्रतिक्रिया ली।
राज वीर सिंह ने आपातकालीन स्थितियों से निपटने में चिकित्सा विभाग के कर्मियों की तैयारियों के बारे में बताया। पंकज कुमार ने स्थिति का सामना करने के लिए संयंत्र के विभिन्न मुद्दों और तैयारियों के बारे सभी को अवगत कराया।
उल्लेखनीय है कि आरएसपी ने स्थिति से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर चिकित्सा सुविधाएं जुटाई हैं। ऑक्सीजन और वेंटिलेटर प्रविधान के साथ उपचार की सुविधा इस्पात जनरल अस्पताल में उपलब्ध कराई गई है। आईजीएच में उपचार के अलावा, हाईटेक अस्पताल, शांति मेमोरियल अस्पताल और जेपी अस्पताल में कोविड संक्रमित व्यक्तियों के इलाज की भी व्यवस्था की गई है। राज्य सरकार के समर्थन से कोविड उपचार के लिए हाल ही में शुरू किए गए सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में 60-शय्या का आइसीयू सुविधा स्थापित की जा रही है। इसके अलावा, राज्य सरकार के सहयोग से आइजीएच में प्लाज्मा की 400 यूनिट के भंडारण की सुविधा के प्रविधान के साथ प्लाज्मा बैंक की स्थापना की गई है। आईजीएच में औसतन 350 आरटीपीसीआर परीक्षण किए जा रहे हैं। यह 6 से 8 घंटे के भीतर परीक्षण परिणाम प्राप्त करने में मदद कर रहा है। बहुत जल्द क्षमता को दोगुना करने की योजनाएं भी चल रही हैं। राज्य सरकार के सहयोग से चार अलग अलग स्थानों पर एंटीजन परीक्षण का प्रविधान किया गया है। टीकाकरण कार्यक्रम भी चार स्थानों पर चल रहा है। कर्मचारियों की सहायता के लिए 24 घंटे संचालित एक समर्पित कोविड नियंत्रण कक्ष भी इस्पात शहर में कार्यशील है। इस्पात संयंत्र के कर्मियों और उनके परिवार के लिए चिकित्सा सुविधाओं के साथ साथ खाद्य पदार्थ की व्यवस्था आदि सहित कोविड सेवा केंद्र भी स्थापित किए गए हैं। इस्पात संयंत्र और इस्पात शहर में बड़ी सभाओं पर रोक लगाने के लिए और कोविड दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करने हेतु कई एहतियाती प्रशासनिक कदम उठाए गए हैं। स्थिति पर निरंतर निगरानी रखने और सक्रिय कदम उठाने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की एक सर्वोच्च समिति का गठन भी किया गया है।