कोराना योद्धा डॉ. शैलेंद्र ने किया प्लाज्मा दान
कोरोना को मात देकर फिर से अपनी सेवा आरंभ करने वाले हाईटेक मेडिकल कालेज के दंत चिकित्सक डॉ. शैलेन्द्र प्रसाद जिले में प्लाज्मा दान करने वाले पहले चिकित्सक हैं।
जासं, राउरकेला : कोरोना को मात देकर फिर से अपनी सेवा आरंभ करने वाले हाईटेक मेडिकल कालेज के दंत चिकित्सक डॉ. शैलेन्द्र प्रसाद जिले में प्लाज्मा दान करने वाले पहले चिकित्सक हैं। उन्होंने कोरोना से लड़ने तथा लोगों का जीवन बचाने के लिए युवाओं से आगे आने एवं प्लाज्मा दान करने का आह्वान किया है। फर्टिलाइजर निवासी डॉ. शैलेन्द्र प्रसाद ने बताया कि कोरोना मरीज के लिए प्लाज्मा वरदान साबित हो रहा है। कोरोना से स्वस्थ हो चुके लोग, जिन्हें किसी तरह की दूसरी बीमारी नहीं है एवं वे नियमित दूसरी दवा नहीं लेते हैं उन्हें प्लाज्मा देने में कोई परेशानी नहीं है। स्वस्थ होने के 42 दिनों के अंदर प्लाज्मा दान कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्लाज्मा दान करने से शरीर को किसी तरह का नुकसान नहीं होता है बल्कि जल्द ही शरीर में यह दुबारा बन जाता है। बीमारी ठीक होने के 42 दिनों के बाद धीरे धीरे एंटीबॉडी कम होने लगती है। ऐसे में प्लाज्मा से लड़ने की क्षमता भी कम हो जाती है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में युवाओं की संख्या बहुत अधिक है। युवाओं को प्लाज्मा दान करने के लिए आगे आना चाहिए। यह केवल कोरोना ही नहीं बल्कि मस्तिष्कज्वर, डेंगू समेत अन्य गंभीर मरीजों के इलाज में भी काम आ सकता है। डॉ. शैलेन्द्र ने कहा कि यह रोग कब और कैसे होगा यह नहीं का जा सकता है। इसका सटीक इलाज भी नहीं है। यदि कोई संक्रमित होता है तो उसे नियमित रूप से अपने शरीर के ऑक्सीजन की जांच करनी चाहिए। सांस रोक कर देखना चाहिए कि 40 सेकेंड तक रह पा रहे हैं या नहीं। इसके साथ नियमित व्यायाम, संतुलित आहार लेना चाहिए। सबसे बड़ी बात मानसिक रूप से मजबूत होने के लिए सकारात्मक सोच रखने की जरूरत है।