Odisha: 286 करोड़ के जीएसटी ठगी मामले में कश्मीरा अग्रवाल की जमानत खारिज
GST Fraud Case जीएसटी ठगी मामले में गिरफ्तार कश्मीरा कुमार अग्रवाल की जमानत खारिज हो गई है। दो माह पहले जीएसटी विभाग ने उसे गिरफ्तार किया था। कुछ दिन पहले उसकी जमानत आवेदन की प्रक्रिया आरंभ हुई थी।
जागरण संवाददाता, राउरकेला। GST Fraud Case: 286 करोड़ 89 लाख रुपये के गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) ठगी मामले में गिरफ्तार कश्मीरा कुमार अग्रवाल की जमानत खारिज हो गई है। दो माह पहले जीएसटी विभाग ने उसे गिरफ्तार किया था। कुछ दिन पहले उसकी जमानत आवेदन की प्रक्रिया आरंभ हुई थी। एसडीजीएम ने उसके जमानत आवेदन को बुधवार को खारिज कर दिया है। दूसरी ओर, जीएसटी की ओर से कोर्ट में कश्मीरा के विरोध में 199 पेज की चार्जशीट दाखिल की गई, जिसमें उसे 17 फर्जी कंपनियों का मालिक बताया गया है। उसने 50 से अधिक ठेका मजदूर, सब्जी विक्रेता, मैकेनिक, खलासी आदि के नाम पर जाली अकाउंट खोल कर सरकार को चूना लगाया है। हरियाणा के जींद जिला अंतर्गत माखंड गांव के वीरबीहन अग्रवाल का बेटा कश्मीरा (57) ने सेक्टर आठ के ए-नौ क्वार्टर में रहने की बात दर्शा कर विभिन्न स्थानों पर जाली संस्था खोली थी। कोयलनगर डी- 264 के तीसरे तले में मधुस्मिता स्टील इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर एक जाली संस्था खोलकर खुद उसका मालिक बन गया था। जबकि कोयलनगर के क्वार्टर में इस तरह का कोई भी व्यापारिक संस्था नहीं होने की बात जीएसटी के जांच में सामने आई थी।
कश्मीरा को 17 फर्जी फर्मों का मालिक दर्शाया
हालांकि 17 जाली फर्मों में से सात फर्मों मेसर्स तमन्ना ट्रेडर्स, मेसर्स साईं ट्रेडर्स, मेसर्स श्री लॉजिस्टिक, मैसेज केआर ट्रेडर्स, मेसर्स न्यू इस्पात एंड पावर प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स दीवांका एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स जय बालाजी ज्योति स्टील लिमिटेड से फर्जी सामग्री खरीदने की बात दर्शाई गई है। बसंती कॉलोनी के हरिपुर बस्ती में रहने वाले एक पाइप मिस्त्री के नाम पर कश्मीरा ने करंट अकाउंट खोलकर 70 करोड़ से अधिक रुपये का कारोबार किया था। समीर जोजो नामक यह पाइप मिस्त्री के बगैर जानकारी में मैसेज साईं ट्रेडर्स नामक संस्था खोली गई थी। सेक्टर 18 के शॉप नंबर सात में साईं ट्रेडर्स पता दर्शाया गया है। बसंती कॉलोनी के रहने वाले विकास श्रीवास्तव नामक व्यक्ति ने आरएसपी में पाइप का काम दिलाने के नाम पर उससे पैन कार्ड, आधार कार्ड व पासपोर्ट साइज फोटो लिया था। बिसरा रोड में स्थित एचडीएफसी बैंक में अकाउंट खोलकर चेक में उससे दस्तखत ले लेने की बात समीर ने कही थी।
लालच देकर एनजीओ के कर्मचारी के नाम पर खुलवाया
मेसर्स तमन्ना ट्रेडर्स के नाम पर कश्मीरा ने एक और जाली फर्म खोल कर उस संस्था के माध्यम से 11 करोड़ से अधिक का कारोबार किया था। तमन्ना ट्रेडर्स का कार्यालय छेंड कॉलोनी के एम-10 मकान में दर्शाया गया है। जबकि वास्तव में क्वार्टर में कोई संस्था नहीं है। वहां एक शिक्षक व एक छोटा व्यापारी रहता है। तमन्ना ट्रेडर्स का मालिक तरुण कुमार सिंह को बनाया गया था। जबकि तरुण एक एनजीओ में काम करता है। जांच अधिकारियों ने जब उससे पूछताछ की तो उसने इस गोरखधंधे के बारे में कोई जानकारी नहीं होने की बात कहने के साथ यह भी बताया कि उसका किसी तरफ से कोई संबंध कश्मीरा के साथ नहीं है। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ अंचल का अशोक गुप्ता नामक एक व्यक्ति ने सितंबर 2018 में उसे मासिक दास हजार रुपये के कमीशन का लालच देकर उससे पैन कार्ड, आधार कार्ड व फोटो लेकर गया। जिसके बाद कश्मीरा ने एचडीएफसी बैंक में करंट अकाउंट खोल कर चेक बुक पर उसे दस्तखत कर अपने साथ ले गया।
दो पहिया वाहनों के जरिए सैकड़ों टन सामान का दिखाया परिवहन
चार्जशीट में कश्मीरा द्वारा 17 जाली फर्म खोलने व इनके जरिए सैकडों टन एमएस स्क्रैप विभिन्न ट्रैक्टर, मोटरसाइकिल, स्कूटर आदि के नंबर से चालान करने की बात दर्शाई गई है। बिसरा रोड स्थित एचडीएफसी बैंक में कश्मीरा मधुस्मिता स्टील के नाम से करंट अकाउंट खोलकर तमन्ना ट्रेडर्स के अकाउंट में 38.42 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। इस दौरान तमन्ना फॉर्म की ओर से मधुस्मिता स्टील को 13.39 करोड़ रुपये का सामग्री आपूर्ति कराए जाने की सूचना दी गई। लेकिन वास्तव में ना तो तमन्ना फॉर्म है और ना ही इतने करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है। इसी तरह छेंड कॉलोनी के अनंत भुजा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के अकाउंट को मधुस्मिता स्टील अकाउंट से 1.46 करोड़ रुपये ट्रांसफर हुए। जांच में पता चला कि अंतर भुजा कंपनी के मालिक बैंक कर्ज तले दबे थे।
कंर्ज में डूबे कंट्रक्शन के मालिक को मसीहा बनकर लूटा
ऐसे में डेढ़ साल मसीहा बनकर आए कश्मीरा व अतुल बंसल ने कर्ज चुकाने में सहयोग करने का आश्वासन देकर बिसरा रोड स्थित एचडीएफसी बैंक करंट एकाउंट का कुछ चेक व आरटीजीएस फॉर्म में हस्ताक्षर करा लिया था। नारायण ट्रेडर्स नाम के एक और जाली अकाउंट के जरिए 40.75 करोड़ रुपये का कारोबार किया गया था। कश्मीरा के इस रैकेट में विकास श्रीवास्तव, शशिकांत कर, अशोक गुप्ता समेत अन्य कई लोग शामिल है।
अकाउंट पेयी चेक के जरिए अर्बन कोऑपरेटिव बैंक से लिए 15 लाख रुपये
2007-08 राउरकेला अर्बन कोऑपरेटिव बैंक के एक अकाउंट पेयी चेक के जरिए कश्मीरा ने 15 लाख की ठगी कर दी थी। जिसमें बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारियों ने उसे सहयोग किया था। उस समय बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट की नजर में यह बात आने पर उन्होंने बैंक के कर्मचारी को निलंबित कर दिया था। हालांकि कश्मीरा ने बाद में 15 लाख रुपये बैंक को वापस कर दिया। जिसके बाद उक्त कर्मचारी को फिर से काम पर रख लिया गया था। इस मामले में कश्मीरा ही केवल जीएसटी के दायरे में नहीं आए हैं, बल्कि उनके कारण 50 से अधिक गरीब लोग भी जीएसटी के जाल में फंस गए हैं।