सेल में आइटीआइ व डिप्लोमा इंजीनियरों की उपेक्षा
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के अधीन कार्यरत आइटीआइ व डिप्लोमा इंजीनियर पदनाम पदोन्नति को लेकर आंदोलन कर रहे हैं पर उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के अधीन कार्यरत आइटीआइ व डिप्लोमा इंजीनियर पदनाम, पदोन्नति को लेकर आंदोलन कर रहे हैं पर उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया है। लंबी प्रतीक्षा व 43 महीने बाद नया वेतन समझौता होने वाला है ऐसी परिस्थिति में उनकी उम्मीदें एनजेसीएस यूनियनों पर टिकी हैं।
आइटीआइ डिप्लोमा इंजीनियर अपने अपग्रेडेशन, पदनाम एवं पदोन्नति नीति को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं पर इस पर विचार नहीं किया जा रहा है। डिप्लोमा इंजीनियर व आइटीआइ पास कर्मी उनके डिग्रेशन के लिए एनजेसीएस यूनियनों को भी जिम्मेदार मान रहे हैं। सेल में वर्तमान व्यवस्था से डिप्लोमा इंजीनियर 12 साल से तथा आइटीआइ आठ साल का नुकसान उठाना पड़ रहा हैं। देश के विभिन्न संस्थानों में डिप्लोमा धारकों का पदनाम जूनियर इंजीनियर है पर सेल में इन्हें तकनीशिन पद दिया गया है जो दुर्भाग्यजनक है। पदनाम को लेकर मंत्रालय से निर्देश जारी होने के बाद भी इस पर अमल नहीं हो रहा है। इनकी पदोन्नति को लेकर भी कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। इनकी आवाज उठाने वाले यूनियन के नेता एकजुट होकर आंदोलन करने के बजाय एक दूसरे की आलोचना करने व संगठन बदलने में लगे हैं। ऐसे में डिप्लोमा इंजीनियरों की नजर एनजेसीएस यूनियनों पर टिकी है। डिप्लोमा धारकों को एस-6 के साथ जूनियर इंजीनियर तथा आइटीआइ वालों को एस-3 ग्रेड व पदनाम देने, पदोन्नति के लिए नीति बनाए जाने की उम्मीद भी है।