कोविड-19 को लेकर राउरकेला प्रशासन का नया निर्देश
राउरकेला में कोविड संक्रमण की स्थिति में सुधार के लिए प्रशासन सभी हरसंभव कदम उठा रहा है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला में कोविड संक्रमण की स्थिति में सुधार के लिए प्रशासन सभी हरसंभव कदम उठा रहा है। राउरकेला प्रशासन की ओर से सोमवार को नया निर्देश जारी कर बताया गया है कि यदि कोई व्यक्ति ओडिशा के बाहर से या राज्य के 14 जिलों खुर्दा, भद्रक, बलांगीर, पुरी, झारसुगुड़ा, जाजपुर, मयूरभंज, गंजाम बालेश्वर, नयागढ़, कटक, क्योंझर, गजपति व जगतसिंहपुर में से राउरकेला आता है तो उसे बीजू पटनायक प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (बीपीयूटी) परिसर में कोविड-19 हेल्प डेस्क जाकर अपना पंजीकरण करना होगा। यहां स्वास्थ्य जांच में कोविड-19 लक्षणों का पता चलता है तो उसके स्वाब का परीक्षण किया जाएगा और रिपोर्ट प्राप्त होने तक उसे सरकारी क्वारंटाइन में रहना पडेगा। हालांकि वह खुद तय करता है कि वह होटल ( पेड क्वारंटाइन) में रहना चाहता है या सरकारी संगरोध यानी क्वारंटाइन सेंटर में। यदि उसमें कोविड-19 के कोई लक्षण नहीं हैं, तो उसे होम क्वारंटाइन में रहने की अनुमति दी जा सकती है। यदि उसके घर में एक अलग बेडरूम, अलग शौचालय और एक बाथरूम है। यदि यह सभी सुविधाएं उसके घर में नहीं हैं, तो उसे सरकारी संगरोध में रहना होगा। वह अपनी पसंद के भुगतान या मुफ्त संगरोध में रह सकता है। चार होटल को किराया वाला संगरोध केंद्र बनाया गया हैं। इन होटलों में जेपी हाइट्स, कनिष्क इन, रीजेंसी इन और होटल राधिका रीजेंसी शामिल है।
यदि कोई व्यक्ति ओडिशा के उपरोक्त 14 जिलों के अलावा बाहरी राज्य में से किसी एक में जाना चाहता है और 72 घंटे से कम समय में राउरकेला लौटता है तब भी उसे संगरोध मे रहना होगा। वहीं कोई बाहर से राउरकेला आता है और उसे 72 घंटे से कम समय में लौटना है तो उसे कोविड -19 हेल्प डेस्क पर पंजीकरण करने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन वह इस दौरान किसी के साथ न तो मिल सकता है और न ही कहीं घूम सकता है।
राउरकेला महानगर निगम के आयुक्त की ओर से अनुरोध किया गया है कि यदि इस दौरान कोई लक्षण विकसित होते हैं, तो उसे तुरंत हेल्प डेस्क या कोविड -19 अस्पताल को सूचित करना चाहिए। यदि किसी की जांच रिपोर्ट नकारात्मक निकलती है, तो व्यक्ति को घरेलू संगरोध सुविधाओं की उपलब्धता को देखते हुए सरकारी संगरोध से छुट्टी दी जा सकती है। डिस्चार्ज होने के बाद भी, उसे घर पर 14 दिनों तक संगरोध में रहना होगा। यदि किसी की टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव है और उसे कोविड -19 संक्रमण के लक्षण हैं, तो उसे चिकित्सा अधिकारियों के अनुसार, इलाज के लिए राउरकेला कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। बिना किसी लक्षण के मरीज बीपीयूटी क्षेत्र में कोविड केयर सेंटर में रह सकता हैं। इस संबंध में निर्णय प्रशासन द्वारा लिया जाता है। इसी तरह, अगर एक कोविड -19 पॉजिटिव मरीज कोविड अस्पताल में भर्ती है, और उसका यदि कोई गंभीर लक्षण नहीं हैं, तो चिकित्सा अधिकारी 10 दिनों में उसे अस्पताल से छुट्टी देने का फैसला कर सकते हैं। हालांकि, उसे सीसीसी या घर में कम से कम 14 दिनों के लिए संगरोध में रहना होगा। पुलिस ने तेज किया धर-पकड़ अभियान जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। पुलिस की ओर से हेलमेट व मास्क नहीं पहनने वालों के खिलाफ जांच अभियान को तेज कर दिया गया है। इसी क्रम में सोमवार को उदितनगर पुलिस की ओर से कचहरी रोड में कोविड-19 नियम का उल्लंघन करने वालों को चेतावनी देकर छोड़ा गया। शहर के अन्य क्षेत्रों में भी इसी तरह की जांच की जा रही है।